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जर्मनी (Germany) में आज यानि रविवार को आम चुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुके हैं. 16 साल से सत्ता में बनी एंजेला मार्केल (Angela Merkel) चांसलर के पद से रिटायर हो रही हैं. वह सेंट्रल-राइट क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स (CDU/CSU) पार्टी की नेता हैं.
जर्मनी के लोकल टाइम के अनुसार, रविवार की सुबह करीब 8 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है. वहां कुल 88,000 पोलिंग स्टेशंस बने हैं, जहां लोग शाम 6 बजे तक मतदान करेंगे. जिसके बाद बैलेट्स गिने जाएंगे. लोग यहां बुंडेस्टैग (जर्मन संसद) में सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान कर रहे हैं.
इस बार के आम चुनाव में यह बताना मुश्किल हो रहा है कि स्पष्ट बहुमत किसे मिलेगा? अगला चांसलर कौन बनेगा? या किस तरह का गठबंधन बन सकता है. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SPD) और क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) के बीच कांटे की टक्कर चल रही है.
कई अन्य सर्वे भी SDS और CDU के बीच बहुत ही कम मार्जिन बता रहे हैं. खास बात यह है कि किसी भी पार्टी को 25-27% से ज्यादा वोट मिलने का अनुमान नहीं है. मतलब बात साफ है कि अगले चांसलर के लिए गठबंधन सरकार बनाना पड़ सकता है.
यदि किसी एक पार्टी के पास पूर्ण बहुमत नहीं आता है तो दो या दो से अधिक पार्टियां एक दूसरे के साथ गठबंधन पर विचार करेंगी. जब तक यह बातचीत जारी रहती है, पुरानी सरकार एक कार्यवाहक भूमिका में सत्ता में बनी रहेगी. इसमें महीनों भी लग सकते हैं क्योंकि वहां सरकार बनाने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है.
हालांकि शाम 6 बजे बैलेट बॉक्स बंद होने के ठीक बाद एग्जिट पोल (Exit Polls) जारी हो जाएंगे.
एंजेला मर्केल की सरकार ने 2045 तक जर्मनी को ग्रीनहाउस गैस न्यूट्रल बनाने के लिए प्रतिबद्ध किया है. चुनाव में जनता का एक प्रमुख प्रश्न यह है कि यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अपने उद्योगों के कार्बन उत्सर्जन को कैसे कम करेगी.
ग्रीन पार्टी और डाई लिंके ने चुनावी वादा किया है कि वे इस लक्ष्य को 2045 से पहले पूरा करना चाहते हैं. इसके लिए वे आंशिक रूप से 2030 तक कोयले से संचालित इलेक्ट्रिसिटी स्टेशनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करेंगे.
कोरोना महामारी का अर्थव्यवस्था पर असर एक अन्य प्रमुख विषय है. भले ही जर्मनी ने दो लंबे लॉकडाउन के प्रभाव को झेलने के लिए बड़ी मात्रा में कर्ज लिया है लेकिन CDU और FDP ने भविष्य में टैक्स को न बढ़ाने का चुनावी वादा किया है.
वह पार्टियां जो पिछले चार साल से संसद में बनी हुई हैं वो क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU), सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SPD), ग्रीन पार्टी, फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (FDP), Alternative für Deutschland (AfD) जिसे ऑल्टरनेटिव फॉर जर्मनी भी कह सकते हैं और डाई लिंके हैं.
अब आज से वोटिंग शुरु हो गई है. शाम 6 बजे के बाद से परिणाम आने लगेंगे. जर्मनी सरकार गठित करने में इस बार भी ज्यादा समय लगना तय माना जा रहा है. वहीं सरकार गठन की कोई समय सीमा नहीं है.
बता दें कि 2017 के चुनाव के बाद भी, मर्केल को सरकार बनाने में पांच महीने से अधिक का समय लगा, जो जर्मनी के इतिहास में एक रिकॉर्ड है.
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