Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019US में पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप: 3 बार निखिल गुप्ता को मिला कॉन्सुलर एक्सेस

US में पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप: 3 बार निखिल गुप्ता को मिला कॉन्सुलर एक्सेस

पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी निखिल गुप्ता फिलहाल यूरोपीय देश चेक गणराज्य के अधिकारियों की हिरासत में है

क्विंट हिंदी
दुनिया
Published:
<div class="paragraphs"><p>US में खालिस्तानी पन्नू की हत्या का आरोप: हाई लेवल जांच समिति का गठन-विदेश मंत्रालय</p></div>
i

US में खालिस्तानी पन्नू की हत्या का आरोप: हाई लेवल जांच समिति का गठन-विदेश मंत्रालय

(फोटो: क्विंट हिंदी द्वारा संपादित)

advertisement

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि खालिस्तान (Khalistan) अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) की हत्या की साजिश के आरोपी निखिल गुप्ता (Nikhil Gupta) को कम से कम तीन बार कॉन्सुलर एक्सेस दिया गया था.

दरअसल, अमेरिका ने आरोप लगाया है कि एक भारतीय अधिकारी के आदेश पर चेक गणराज्य (यूरोपीय देश) की जेल में बंद निखिल गुप्ता ने पन्नू की हत्या की साजिश रची.

कॉन्सुलर एक्सेस का मतलब होता है, जब किसी देश का व्यक्ति अगर किसी दूसरे देश की जेल में बंद है तो कॉन्सुलर एक्सेस के तहत जेल में बंद व्यक्ति के देश के राजनयिक या अधिकारी को उस कैदी से मिलने की इजाजत दी जाती है.

“एक भारतीय नागरिक फिलहाल चेक अधिकारियों की हिरासत में है और अमेरिका में प्रत्यर्पण की प्रक्रिया लंबित है. हमें कम से कम तीन मौकों पर कांसुलर पहुंच प्राप्त हुई है, कम से कम तीन कांसुलर की मुझे जानकारी है. हम जरूरत के अनुसार व्यक्ति को आवश्यक कांसुलर सहायता प्रदान कर रहे हैं."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची

भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसियों ने कहा था कि इस कथित हत्या की साजिश का प्रभाव भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ेगा.

इस पर बागची ने कहा कि, "हम अमेरिका की ओर से दी गई जानकारी को गंभीरता से ले रहे हैं और मामले के सभी पहलुओं को देखने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन भी किया गया है. ये बात अमेरिका के कांग्रेसी जानते हैं और मेरे पास इस पर कोई और अपडेट नहीं है. मेरे पास निश्चित रूप से अभी तक समिति या इसकी समयसीमा या इसके निष्कर्षों पर कोई अपडेट नहीं है."

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, एक उच्च स्तरीय समिति अमेरिकी इनपुट की जांच कर रही है. हालांकि, 18 नवंबर को गठित समिति की आधारभूत संरचना सार्वजनिक नहीं की गई है. बागची ने कहा कि इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, क्योंकि यह "न्यायाधीन" (यानी इस पर निर्णय नहीं आया है - जांच जारी है) मुद्दा है.

अमेरिकी न्याय विभाग ने मैनहट्टन की एक संघीय अदालत में दायर आरोप पत्र में दावा किया कि भारतीय अधिकारी और एक भारतीय नागरिक इस साजिश में साथ थे, जिसमें भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता का नाम सामने आया, जिसे इस साल 30 जून को चेक अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था. हत्या के लिए हायर करने और कॉन्ट्रेक्ट पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया.

इससे पहले, ब्रिटेन के दैनिक फाइनेंशियल टाइम्स ने रिपोर्ट दी थी कि अमेरिका ने अमेरिकी जमीन पर पन्नू की हत्या की साजिश को विफल कर दिया और भारत को चेतावनी जारी की.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT