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अमेरिका के एरिजोना में प्यास से एक छह साल की भारतीय बच्ची गुरप्रीत कौर की मौत हो गई. एरिजोना के रेगिस्तानी इलाके में बच्ची की मां उसे कुछ दूसरे प्रवासियों के भरोसे छोड़ कर पानी ढूंढने गई थी लेकिन इस बीच बच्ची ने प्यास से दम तोड़ दिया. कुछ दिनों बाद ही बच्ची अपना सातवां जन्मदिन मनाने वाली थी.
बच्ची और उसकी मां यहां अमेरिका के बॉर्डर टाउन ल्यूकविले के 27 किलोमीटर पश्चिम में छोड़ दिए गए पांच लोगों के एक ग्रुप में शामिल थी. ये लोग यहां मेक्सिको से अवैध तरीके से आए थे. कुछ दूर चलने के बाद बच्ची को प्यास लगी तो उसकी मां पानी की तलाश में निकल पड़ी. उस दौरान उसने बच्ची को एक दूसरी महिला के पास छोड़ दिया था. लेकिन इस बीच, बच्ची ने दम तोड़ दिया था.
बॉर्डर पुलिस के मुताबिक महिलाओं का यह दल धूप से तपते रेगिस्तान में 22 घंटे तक भटकता रहा. एरिजोना के दक्षिणी रेगिस्तानी इलाके में प्रवासी बच्चों की मौत की यह दूसरी घटना है. मेक्सिको से सटे इस इलाके में प्रवासियों की तादाद हाल के दिनों में काफी बढ़ी है. लेकिन रहने और ठहरने का ठीक इंतजाम न होने से प्रवासी आबादी तेज लू और गर्मी का शिकार हो रही है.
एरिजोना में मेक्सिको से आने वाले भारतीयों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. इमिग्रेशन अधिकारियों के मुताबिक हजारों अफ्रीकियों और दूसरे एशियाई समुदायों के लोगों के साथ ही भारतीय भी यहां अवैध तरीके से घुस रहे हैं.
बॉर्डर पर गश्त करने वाले एजेंटों का कहना है कि महिला और बच्ची को उन लोगों ने मेक्सिको के इलाके में ढूंढ निकाला था. लेकिन ये लोग उन्हें चकमा देकर फिर एरिजोना में घुस आए थे. बॉर्डर पुलिस ने बच्ची की मौत के लिए ह्यूमन स्मगलर को दोषी ठहराया है. स्मगलर उन इलाकों में लोगों को छोड़ देते हैं, जहां बॉर्डर एजेंसी की नजर कम रहती है.
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