advertisement
NASA के बाद एलन मस्क की SpaceX के फ्लाइट सर्जन बने भारतीय मूल के अनिल मेनन (Anil Menon) उन 10 प्रशिक्षु अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हैं, जो अमेरिकी स्पेस एजेंसी के 2021 क्लास में शामिल होंगे और उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी. NASA 50 से अधिक वर्षों के बाद चंद्रमा पर पहले मानव मिशन की योजना बना रहा है.
अनिल मेनन समेत NASA के द्वारा ट्रेनिंग के लिए चुने गए 10 संभावित अंतरिक्ष यात्रियों में फायर फाइटर से हार्वर्ड प्रोफेसर बने, अमेरिकी साइकिल टीम के एक पूर्व सदस्य और एक पायलट भी शामिल हैं जिन्होंने युद्ध में पहली बार सभी महिला F-22 फॉर्मेशन का नेतृत्व किया था.
भारतीय और यूक्रेनी माता-पिता के घर जन्मे और अमेरिका के मिनिसोटा में पले-बढ़े अनिल मेनन अमेरिकी वायु सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और SpaceX के पहले फ्लाइट सर्जन थे.
उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर विभिन्न अभियानों के लिए चालक दल के फ्लाइट सर्जन के रूप में NASA के साथ काम किया है. अनिल मेनन ने 2014 में NASA फ्लाइट सर्जन के रूप में शुरुआत की और Soyuz मिशन- Soyuz 39 और Soyuz 43 के लिए डिप्टी क्रू सर्जन और Soyuz 52 के लिए प्राइम क्रू सर्जन के रूप में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर चार लंबी अवधि के लिए मौजूद रहें.
2018 में 45 वर्षीय अनिल मेनन SpaceX में शामिल हो गए जहां उन्होंने अपना मेडिकल प्रोग्राम शुरू किया और एलन मस्क के स्वामित्व वाली इस कंपनी की पहली मानव उड़ानों की तैयारी में मदद की.
हार्वर्ड में अनिल मेनन ने न्यूरोबायोलॉजी का अध्ययन किया और हंटिंगटन की बीमारी पर रिसर्च किया. बाद में उन्होंने पोलियो वैक्सीन का अध्ययन और उसका समर्थन करने के लिए रोटरी एंबेसडर स्कॉलर के रूप में भारत में एक वर्ष बिताया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)