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ईरान (Iran) ने बिना हिजाब (Hijab) पहने रोड पर निकली महिलाओं की पहचान करने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कैमरे लगाना शुरू कर दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार ईरानी पुलिस ने इसकी घोषणा की है.
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा कि जो महिलाएं अपने बालों को हिजाब से नहीं ढके मिलेंगी, उन्हें उसके परिणामों के बारे में वार्निंग मैसेज भेजा जाएगा. पुलिस का कहना है कि इससे "हिजाब कानून के खिलाफ प्रतिरोध" को रोकने में मदद मिलेगी.
ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी- इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक पुलिस बयान में कहा गया है कि "स्मार्ट" कैमरों और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल "हिजाब कानून का उल्लंघन करने वाली महिलाओं की पहचान करने और उन्हें वार्निंग मैसेज भेजने के लिए किया जायेगा.
गौरतलब है कि 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से ईरान में महिलाओं को अपने बालों को हिजाब (हेडस्कार्फ) से ढंकना कानूनी रूप से आवश्यक है. 1979 की इस्लामी क्रांति में धार्मिक कानून की सख्त व्याख्या की गई थी. हिजाब कानून का उल्लंघन करने वाली महिलाओं को जुर्माना या गिरफ्तारी का सामना करना पड़ता है.
पिछले हफ्ते, ईरान में एक व्यक्ति द्वारा दो ऐसी महिलाओं पर दही फेंकने का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिन्होंने हिजाब नहीं पहना था. वीडियो वायरल होने के बाद दोनों महिलाओं को हिजाब कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था. साथ ही उस शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
दिसंबर में शुरू हिजाब विरोधी आंदोलन के बाद से ईरान में हजारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है और चार को मौत के सजा दे दी गयी है. ईरान के कट्टरपंथियों ने जोर देकर कहा है कि कानून को लागू करने के लिए और सख्त कदम उठाए जाने चाहिए.
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