advertisement
ईरान में पिछले कुछ महीनों से कई स्कूली लड़कियों की अचानक तबीयत बिगड़ने की खबरें आ रही हैं. दावा किया जा रहा है कि इन लड़कियों को स्कूल जाने से डराने के लिए जहर दिया जा रहा है, सैकड़ों लड़कियों को अचानक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के 26 स्कूलों की लड़कियों का अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो और फोटोज सामने आ रहे हैं, जिसमें लड़कियों को एंबुलेस में लेकर अस्पताल जाते हुए देखा जा सकता है.
अभिभावकों का दावा है कि स्कूली छात्राओं को हाल ही में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भाग लेने के लिए टारगेट किया जा रहा है. लोकल मीडिया के मुताबिक पांच शहरों के 26 स्कूलों से जहरीले कैस से लड़कियों के बीमार पड़ने के मामले सामने आए हैं.
अस्पताल में भर्ती होने की वजह से लड़कियों को स्कूल से छुट्टी लेनी पड़ रही है. बता दे कि ईरान में चरमपंथी बार-बार लड़कियों के स्कूल जाने पर पाबंदी लगाने की बात करते रहे हैं. कुछ लोगों का दावा है कि उनका मकसद इस तरह से पूरा हो रहा है और लड़कियां बीमारी की वजह से अस्पताल में हैं इसलिए वो स्कूल नहीं जा पा रही है. तो वहीं कई पैरेंट्स डर की वजह से अपनी बेटियों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं.
हजारों स्कूली छात्राओं की रहस्यमय बीमारी का सिलसिला नवंबर महीने से सामने आ रहा है. कई लड़कियों का स्कूलों में जहरीली गैस के हमलों के कारण देश भर के अस्पतालों में इलाज चल रहा है. पहली बार ऐसी घटना कोम शहर में रिपोर्ट की गई, जहां करीब 50 स्कूली छात्राओं को बीमार पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, उसके बाद से अन्य शहरों में बोरुजेर्ड और अर्देबी के स्कूलों में ऐसे मामले लगातार सामने आने लगे. कोम शहर में ही फिर 22 फरवरी 2023 को 15 लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
11 लाख लोगों की आबादी वाला कोम राजधानी तेहरान से करीब 140 किलोमीटर की दूरी पर है, इस शहर को काफी रुढिवादी शहर माना जाता है. यहां कई मदरसे है, जहां धार्मिक पढाई की जाती है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक शहर में कुछ स्कूलों को बंद कर दिया गया है, तो वहीं कुछ स्कूल ऑनलाइन क्लासेस चला रहे हैं.
अचानक जब इस शहर की लड़कियां बीमारी पड़ी, तो पहले ये कहा गया कि कोई रहस्यमयी बीमारी का कहर है, लेकिन जब ये सवाल उठा कि आखिर ये बीमारी सिर्फ लड़कियों को ही क्यों हो रही है, लड़को को क्यों नहीं?
स्कूल में बीमार पड़ी लड़कियों का कहना है कि उन्हें अचानक गंध आने लगी और उसके बाद खांसी में खून आने लगा और घबराहट होने लगी. जिसके बाद लड़कियों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)