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Israel-Hamas War: "इजरायली फोर्स ने हमें अपना घर छोड़कर दक्षिण गाजा की ओर जाने के लिए कहा है. मैं भी जा रही हूं. प्लीज हमारे लिए प्रार्थना कीजियेगा."
52 वर्षीय कश्मीरी महिला, लुबना नजीर वानी तोमान ने गाजा सिटी में अपना घर खाली करने के लिए मजबूर होने से कुछ मिनट पहले द क्विंट से यह बात कही.
इजरायली रक्षा मंत्रालय (Israel Gaza War) और इजरायली रक्षा बल (IDF) ने वाडी गाजा के उत्तर में रहने वाले फिलिस्तीनियों को अगले 24 घंटों में जगह खाली करने को कहा है.
इजरायली एयरफोर्स ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर पोस्ट किया कि पिछले 24 घंटों में इजरयली सेना ने गाजा पट्टी के क्षेत्र में "स्थानीय छापे" मारे हैं. इसमें आगे कहा गया कि इन ऑपरेशन्स में लापता व्यक्तियों का पता लगाने का भी प्रयास किया गया.
यह चेतावनी आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ इजरायली सेना के संभावित जमीनी आक्रमण से पहले आई है.
इस बीच, गाजा शहर में रहने वाली फिलिस्तीनी मानवतावादी कार्यकर्ता फरीदा (पहचान छिपाने के लिए नाम बदल दिया गया है) ने द क्विंट को बताया:
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर की रहने वालींलुबना 1997 से संघर्षग्रस्त गाजा में रह रही हैं. उन्होंने दो दिन पहले द क्विंट को बताया कि इस बार, स्थिति अलग है. साथ ही उन्होंने गाजा पट्टी पर मौजूद हमास पर इजरायल के लगातार जवाबी हमले की जानकारी दी.
अब शुक्रवार को इजरायल की घोषणा के बाद लुबना ने द क्विंट से दोबारा बात की और कहा, 'हम सुरक्षित नहीं हैं, हम पर बम बरस रहे हैं. हमारे पास कोई छत नहीं है, और हमारे पास अब केवल तीन दिनों के लिए भोजन और पानी ही है.”
उनके भाई, सोहेल नजीर वानी ने आगे कहा कि उनकी बहन उन 12 लाख गाजावासियों में से हैं जो किसी अन्य क्षेत्र में जा रहे हैं.
सोहेल ने कहा, "मैंने दिल्ली कंट्रोल सेंटर को फिर से फोन किया और उन्हें उसका नंबर दिया." उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने पहली बार किसी अधिकारी से संपर्क किया है, तब से उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.
हालांकि, गुरुवार, 12 अक्टूबर को विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जब प्रवक्ता अरिंदम बागची से "गाजा में फंसी एक कश्मीरी महिला, जिसका पति फिलिस्तीनी है" के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा: “आपने गाजा के बारे में पूछा... हां, हमारे तीन या चार नागरिक वहां हैं. हम उनके संपर्क में हैं.”
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, उन्हें सीधे तौर पर बाहर लाने में अभी कुछ बाधाएं हैं, लेकिन हम समाधान प्रदान करने के प्रयास कर रहे हैं और जो भी सहायता हम कर सकते हैं, प्रदान करेंगे."
सूत्रों ने बताया कि आईडीएफ की नोटिफिकेशन का मतलब यही है कि सेना के एक्शन और ऑपरेशन से नागरिकों को नुकसान न हो. इजरायल और हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद से 1,530 से अधिक फिलिस्तीनी और 1,200 इजरायली मारे गए हैं. हजारों घायल हुए हैं और सैकड़ों हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. बताया जा रहा है कि हमास ने गाजा में लगभग 150 लोगों को बंधक बना रखा है.
हमास के इजरायल पर हमले के बाद इजरायली सेना ने गाजा पर भारी बमबारी की. इसने इस क्षेत्र पर "पूर्ण घेराबंदी" भी लगा दी है, जो 2 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों का घर है.
IDF ने गाजा शहर के निवासियों के लिए एक घोषणा में कहा कि उन सभी को जगह छोड़ देना चाहिए और गाजा के दक्षिण में चले जाना चाहिए.
आईडीएफ ने कहा...
आईडीएफ ने गाजा के निवासियों से हमास से दूरी बनाने का आग्रह किया, जिसके बारे में उसका कहना था कि हमास उन्हें मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.
इसने नागरिकों को इजरायल से लगे सुरक्षा बाड़ के क्षेत्र में नहीं जाने की भी चेतावनी दी क्योंकि बताया जा रहा है कि हमास के आतंकवादी गाजा निवासियों के बीच "घरों और इमारतों के नीचे सुरंगों में छिपे हुए हैं."
इस बीच, डुजारिक ने बताया...
यहां लगभग 1.1 मिलियन लोगों की संख्या है. यही आदेश सभी संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों और स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और क्लीनिकों में आश्रय लेनेवाले पर भी लागू होता है.'' डुजारिक ने आगे कहा "संयुक्त राष्ट्र विनाशकारी मानवीय परिणामों के बिना इस तरह के आंदोलन को असंभव मानता है."
गाजा में नागरिकों को जगह खाली कर दक्षिण में जाने को लेकर हमास ने प्रतिक्रिया दी. हमास ने गाजा पट्टी खाली करने के इजरायली आदेश को 'फर्जी प्रोपगैंडा' बताया है और नागरिकों को इसमें नहीं फंसने की सलाह दी है.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र इस तरह के किसी भी आदेश को रद्द करने की अपील करता है. इससे बचा जा सकता है. जो पहले से ही एक त्रासदी है, उसे एक विपत्तिपूर्ण स्थिति में बदल सकता है.''
यूएन सोर्स ने कहा "संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 12 अक्टूबर की रात संयुक्त राष्ट्र में इजरायली राजदूत गिलाद एर्दान के साथ दो बार बात की और कहा कि वह उत्तरी गाजा पट्टी से आबादी को हटाने के इजरायल के अनुरोध के बारे में उच्चतम राजनीतिक स्तर पर स्पष्टीकरण चाहते हैं."
एर्दान ने एक बयान में कहा,...
"अब, इजरायल के साथ खड़े होने के बजाय, जिसके नागरिकों को हमास आतंकवादियों ने मार डाला. यहां तक की जो इस वॉर में शामिल नहीं हैं, उनके नुकसान कम करने की कोशिश करता है, उस इजरायल को ये उपदेश दे रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र के लिए अब यही बेहतर है कि वो बंधकों को वापस करने, हमास की निंदा करने और इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार के लिए उसका समर्थन करने पर फोकस करना चाहिए."
मिस्र के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने नाम न छपने की शर्त पर समाचार एजेंसी एपी को बताया कि मिस्र ने गाजा के साथ अपनी सीमा के उल्लंघन को रोकने के लिए "अभूतपूर्व उपाय" किए हैं. इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि ग्राउंड पर संभावित अटैक एक गलती होगी.
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