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Israel-Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम और कैदियों की अदला-बदली के बीच बड़ी खबर आई है. समझौते के मुताबिक, शनिवार, 25 नवंबर को 42 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले हमास 14 इजरायली बंधकों को छोड़ने वाला था. लेकिन हमास ने घोषणा की है कि वह इन इजरायली बंधकों की दूसरी किश्त को अभी रिहा करने नहीं जा रहा. हमास के मिलिट्री विंग के एक बयान में आरोप लगाया है कि इजरायल ने उत्तरी गाजा तक पहुंच रही सहायता से जुड़ें संघर्ष विराम समझौते की शर्तों को तोड़ दिया है.
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को इजरायल ने 39 फिलिस्तीनी को रिहा किया था. वहीं हमास ने 24 बंधकों को छोड़ा था.
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की जेल सेवा ने शनिवार को कहा कि वह 42 कैदियों को रिहाई के लिए तैयार कर रही है, उम्मीद है कि हमास 14 इजराइली बंधकों को भी रिहा करेगा. शनिवार को रिहा किए जाने वाले बंधकों की संख्या के बारे में इजरायल की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, हालांकि हमास ने शुक्रवार देर रात अधिकारियों को नामों की एक सूची सौंपी है. वहीं यह भी स्पष्ट नहीं है कि कितने गैर-इजरायल बंदियों को भी रिहा किया जा सकता है.
फिलिस्तीनी मेडिकल रिलीफ सोसाइटी के निदेशक एड यागी का कहना है कि गाजा पट्टी में चार दिवसीय संघर्ष विराम यहां रहने वाले लोगों के सामने आने वाली कई चुनौतियों से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सहायता समूह का उत्तरी गाजा में अपने कर्मचारियों से संपर्क टूट गया है, जहां काफी लड़ाई हुई है. हम अपनी टीमों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.
मिस्र के राफा क्रॉसिंग के माध्यम से गाजा में सहायता लेने के लिए एक बार फिर सुबह से ही लॉरियां कतार में खड़ी हो गईं. इजराइल ने लगातार दूसरे दिन डीजल के चार टैंकरों और रसोई गैस के चार ट्रकों को प्रवेश की अनुमति दी है.
इससे पहले शुक्रवार को इजरायल ने 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया. जिसके बाद कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी येरुशलम में शुक्रवार को जश्न मनाया गया. 24 महिलाओं और 15 किशोर लड़कों के समूह को वेस्ट बैंक में बेतुनिया चौकी के पार छोड़ गया. उन पर पत्थर फेंकने से लेकर हत्या के प्रयास तक कई तरह के अपराधों का आरोप है. कुछ को दोषी ठहराया गया जबकि अन्य मुकदमे की प्रतीक्षा कर रहे थे.
रिहा की गई महिलाओं में से एक का नाम मारा बेकर है. वह शुक्रवार रात येरुशलम के बेत हनीना स्थित अपनी मां के घर पहुंचीं. उन्हें 2015 में गिरफ्तार किया गया था, जब वह 16 साल की थी, और एक सीमा पुलिस अधिकारी पर चाकू से हमला करने के लिए साढ़े आठ साल जेल की सजा सुनाई गई थी.
अल जजीरा से बातचीत में अपने बेटे की रिहाई पर एक पिता ने कहा, वह अपने बेटे की रिहाई का जश्न नहीं मनाएंगे. उनके शब्दों में, इस समझौते में हजारों लोग (गाजा में) मारे गए हैं. कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजरायली सेना द्वारा रात में की जाने वाली छापेमारी का भी डर बना हुआ है.
इजरायल और हमास के बीच समझौते के तहत 13 बंधकों- महिलाओं और बच्चों को शुक्रवार को रिहा किया गया. इनमें 85 वर्षीय याफा अदार भी शामिल हैं, उन्हें 7 अक्टूबर को किबुत्ज निर ओज से बंधक बनाया गया था.
उनकी पोती अदवा को एक वीडियो मिला था, जिसमें वो चार हथियारबंद लोगों से घिरी थीं, जो उन्हें गाजा ले जा रहे थे. 85 वर्षीय याफा के तीन बच्चे, आठ पोते-पोतियां और सात परपोते-पोतियां हैं. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, याफा के 38 वर्षीय पोते तामीर को भी बंधक बनाया गया है.
इताय के रिश्तेदार नौ वर्षीय ओहद मुंडेर-जिचरी, उनकी मां, 54 वर्षीय केरेन मुंडेर और 78 वर्षीय दादी रूथी मुंडेर को रिहा कर दिया गया है, लेकिन रूथी के पति अव्राहम को अभी भी बंधक बनाकर रखा गया है.
79 वर्षीय हैम पेरी को भी 7 अक्टूबर को बंधक बना लिया गया था. अपने पिता की रिहाई पर उनकी बेटी ने कहा, आज सुबह हमें "उम्मीद की किरण" मिली है. नोम पेरी ने कहा कि यह खबर "बहुत सारी आशा" लेकर आई है, लेकिन इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि बंधक कितने समय तक "रह सकते हैं".
थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन (Srettha Thavisin) ने थाई नागरिकों की रिहाई पर खुशी जताई है. फिलिस्तीन ने 10 थाई और 1 फिलीपीनी नागरिक को रिहा किया है. थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने इजरायल और हमास के बीच चार दिवसीय संघर्ष विराम का स्वागत करते हुए शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मैं इसमें शामिल सभी पक्षों के मध्यस्थता प्रयासों की प्रशंसा और धन्यवाद देना चाहता हूं."
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