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इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध (Israel Hamas attack) का 10वां दिन है. इजरायल के जवाबी हमलों में अब तक कम से कम 2,750 लोग मारे गए हैं और 10,000 लोग घायल हैं. वहीं, गाजा के लोगों को उत्तर क्षेत्र से फिर से सुरक्षित निकलने का एक बार फिर मौका दिया गया है. वे मिस्त्र के रास्ते निकल सकेंगे.
इजरायल की सेना ने कहा कि इजरायल ने लेबनान के 2 किमी के भीतर अपने निवासियों को निकालने की योजना सक्रिय कर दी है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अपनी पिछली यात्रा के ठीक चार दिन बाद फिर से इजरायल पहुंचे हैं. वह गाजा में युद्ध को लेकर चर्चा कर सकते हैं, वे इसके लिए यरूशलेम में नेताओं से मुलाकात करेंगे.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर से अब तक इजरायल द्वारा हवाई हमलों में 11 फिलिस्तीनी पत्रकारों की मौत हो गई है.
इजरायली सेना ने कहा है कि हमास ने गाजा में 199 लोगों को बंधक बना रखा है.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 2,750 फिलिस्तीनी मारे गए और 9,700 घायल हुए हैं.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र और इजरायल के बीच राफा सीमा 16 अक्टूबर को सुबह 9 बजे खुलेगी. हालांकि, इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. उन्होंने कहा कि ऐसी चर्चाएं हैं, लेकिन मैं अभी पुष्टि नहीं कर सकता.
इधर, गाजा में लोगों की स्थिति खराब हो रही है. वहां पानी, भोजन, बिजली और दवाओं की आपूर्ति बहुत कम हो गई है. ऐसे में उनके ऊपर चारों तरफ से खतरा मंडरा रहा है. इसके अलावा, जोनाथन कॉनरिकस ने कहा" IDF का अनुमान है कि अब तक लगभग 500,000 लोग उत्तरी गाजा छोड़ चुके हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक इंटरव्यू में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पूछे जाने पर कि क्या वो गाजा पर इजरायल के कब्जे का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा "यह एक "बड़ी गलती" होगी.
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन गाजा के अंदर जाना और चरमपंथियों को बाहर निकालना... एक आवश्यक आवश्यकता है. उन्हें "विश्वास है कि इजरायल युद्ध के नियमों के तहत कार्रवाई करेगा".
इधर, बाइडेन के बयान पर इजरायल ने प्रतिक्रिया दी. संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत जिलाड अर्डन ने कहा "इजरायल को 'गाजा' पर कब्जा करने में कोई दिलचस्पी नहीं है."
इजरायली राजदूत ने आगे कहा “हम अपने सर्वाइवल के लिए लड़ रहे हैं...और हमास को पूरी तरह खत्म करना ही हमारा मकसद है, इसके लिए जो भी करना पड़े, करेंगे.”
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा है कि हमास के एक्शन और पॉलिसी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं. समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए ने कहा कि ये टिप्पणियां वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के साथ एक फोन कॉल में की गईं. रिपोर्ट के अनुसार, अब्बास ने "दोनों पक्षों के नागरिकों की हत्या की निंदा की और दोनों पक्षों के नागरिकों, कैदियों और बंदियों की रिहाई का आह्वान किया".
हालांकि, बाद में उनके हमास के फिलिस्तीन का प्रतिनिधित्व करने वाले बयान को हटा दिया गया है. फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास 2005 से राष्ट्रपति हैं और फतह पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसका हमास से छत्तीस का आंकड़ा है.
इधर, जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा है कि फिलिस्तीनियों को गाजा से मिस्र ले जाया जाना उनके देश के लिए "अस्वीकार्य" होगा. बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "जनसंख्या का बिखराव और स्थानांतरण से समस्या का समाधान नहीं होगा" और इसके साथ ही, गाजा के लोगों की सुरक्षा का आह्वान भी किया.
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन को भोजन और पानी देने से इनकार करना युद्ध अपराध क्यों है, लेकिन जब गाजा की बात आती है तो यह वैसा नहीं है?”
उन्होंने चेतावनी दी कि "अगर यह संघर्ष बढ़ता है और इसके बढ़ने का वास्तविक खतरा है, तो हम एक बुरे सपने के दौर से गुजरेंगे, जो पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लेगा."
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा अस्पतालों में ईंधन भंडार लगभग 24 घंटे और रहने की उम्मीद है. संयुक्त राष्ट्र मानवतावादी कार्यालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा, "बैकअप जेनरेटर बंद होने से हजारों मरीजों की जान खतरे में पड़ जाएगी."
इससे पहले आज, गाजा में डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स में काम करने वाले ब्रिटिश-फिलिस्तीनी सर्जन घासन अबू सिट्टा ने चेतावनी दी थी कि उनके अस्पताल के कर्मचारियों के पास लोगों की मदद करने के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं हैं.
उन्होंने बीबीसी को बताया, "चिकित्सा आपूर्ति के संदर्भ में, हम इस आपात स्थिति में हर दिन एक महीने या डेढ़ महीने की चिकित्सा आपूर्ति का उपयोग कर रहे हैं.
अमेरिकी विदेश विभाग ने पुष्टि की है कि इजरायल-गाजा संघर्ष में 30 अमेरिकी नागरिक मारे गए हैं और 13 लापता हैं.
लापता लोगों के बारे में 15 अक्टूबर की रात जारी एक बयान में, एक प्रवक्ता ने कहा: "अमेरिकी सरकार उनके ठिकाने का पता लगाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है और बंधकों को छुड़ाने के लिए इजरायली सरकार के साथ काम कर रही है.
इधर, दो मोर्चों पर युद्ध के बादल छाने के बाद विदेश में रह रहे इजरायली अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए घर की ओर बड़ी संख्या में लौट रहे हैं. ज्यादातर 50 साल तक की कामकाजी उम्र के लोगों ने इजरायल वापसी की है. बता दें कि इजरायली सेना ने 3.5 लाख से अधिक लोगों के लिए युद्ध में शामिल होने का आह्वान किया था.
ब्रिटेन पीएम सुनक अपने कॉमन्स बयान का उपयोग यह बताने के लिए करेंगे कि ब्रिटेन किस तरह इजरायल का समर्थन कर रहा है और लड़ाई में फंसे ब्रिटिश नागरिकों की सहायता कर रहा है, साथ ही गाजा के अंदर मानवीय स्थिति पर मंत्रियों की प्रतिक्रिया का भी विवरण देगा.
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