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इजरायल और हमास के युद्ध (Israel Hamas War) के 13 दिन बीत चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में इजरायल अभी भी बमबारी कर रहा है. वहीं, गाजा में संकट गहराते जा रहा है. गाजा के लोग दिन में एक ही बार खाना खा रहे हैं और गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. अस्पतालों के पास कुछ घंटे का ही ईंधन बचा है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे ही रहा तो हम और जान नहीं बचा पाएंगे.
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने कहा कि गाजा पट्टी में सैन्य गतिविधियों में कोई भी वृद्धि वहां के लोगों के लिए "विनाशकारी" होगी.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस गाजा में पहली एड (मदद) पहुंचने से पहले मिस्र के राफा क्रॉसिंग पर पहुंचे हैं.
हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, युद्ध शुरू होने के बाद से 4,137 लोग मारे गए हैं, 13,000 से अधिक घायल हुए हैं.
गाजा के हमास संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय ने कहा कि चर्च पर हुए हमले में 18 ईसाई फिलिस्तीनी मारे गए. चर्च की ओर से मरने वालों की अंतिम संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई.
7 अक्टूबर से अब तक कम से कम 1,300 इजरायली मारे गए हैं.
गाजा में दस लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें से कई ने सील किए गए तटीय क्षेत्र के उत्तरी हिस्से को खाली करने के इज़रायल के आदेशों का पालन किया है.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वेस्ट बैंक के नूर शम्स शरणार्थी शिविर में इजरायली बलों के साथ संघर्ष में पांच बच्चों सहित 13 लोग मारे गए हैं.
इजरायली सेना ने कहा कि इजरायली सुरक्षा बलों ने शुक्रवार रात वेस्ट बैंक में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह में 60 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 47 हमास के कार्यकर्ता हैं.
हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि, युद्ध शुरू होने के बाद से 4,137 लोग मारे गए हैं, 13,000 से अधिक घायल हुए हैं, जिनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं. इसमें अस्पताल के अटैक में मारे गए 477 लोगों की मौत का भी आंकड़ा जोड़ा गया है. इधर, यूएस अस्पताल अटैक में 100-300 लोगों के मारे जाने का दावा कर रहा है.
इजरायल में हमास के अटैक में 1,400 से अधिक लोग मारे गए. आईडीएफ के अनुसार, 203 अन्य का अपहरण किया गया है और 100 से 200 इजरायली लापता हैं.
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में एक चर्च पर बमबारी की गई, जिसमें दर्जभर लोग घायल हो गए. यह विस्फोट गाजा शहर के ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च सेंट पोर्फिरियस चर्च के पास हुआ. हमास का दावा है कि इसमें कई लोग घायल हुए और मारे गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी को बताया कि विस्फोट से चर्च का अगला भाग क्षतिग्रस्त हो गया और बगल की इमारत ढह गई.
इजरायल की अनुमति के बाद मिस्र गाजा में भोजन, पानी और दवा देने के लिए तैयार है. मिस्र और इजरायल अभी भी अस्पतालों के लिए ईंधन की सप्लाई पर बात कर रहे हैं.
इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि हमास ने संयुक्त राष्ट्र के दिए ईंधन को चुराया है और इजरायल आश्वासन चाहता है कि ऐसा नहीं होगा.
गाजा के अस्पतालों में कुछ घंटों का ही ईंधन बचा है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को ईंधन देने के लिए गैस स्टेशनों से अनुरोध किया. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने अस्पतालों को कुछ ईंधन दिया है.
अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने कहा, "यूएन से ईंधन मिलने के बाद गाजा सिटी के क्षेत्र के सबसे बड़े शिफा अस्पताल में अगले कुछ घंटों तक काम चल जाएगा."
दक्षिणी शहर खान यूनिस के नासिर अस्पताल के डॉ. मोहम्मद कंदील ने कहा कि राफा में मिस्र-गाजा सीमा बंद होने से, गाजा के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में पहले से ही गंभीर स्थिति और भी खराब हो गई है. अधिकांश अस्पताल में बिजली बंद है और चिकित्सा कर्मचारी रोशनी के लिए मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि खान यूनिस में एक आवासीय इमारत पर हुए हमले के बाद 12 लोग मारे गए और 80 घायल अस्पताल में भर्ती हुए. कंदील ने कहा...
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में हमास की तुलना रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से की है. उन्होंने कहा..
बाइडन ने आगे कहा, "इजरायल और यूक्रेन का सफल होना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है. अगर हमने पुतिन की और अधिक शक्ति की भूख को रोका नहीं तो वो सिर्फ यूक्रेन तक नहीं रुकेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह एक ऐसा समय है, जिसमें हम आज जो फैसला करेंगे, उससे आने वाले दशकों का भविष्य तय होगा.
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति के तौर पर मेरे लिए बंधक बनाए गए अमेरिकियों की सुरक्षा से बढ़कर मेरे लिए कुछ भी नहीं है.
इसके बाद इजरायल का पक्ष लेते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा "मैं गाजा पर हमले में लोगों की मौत से दुखी हूं पर ये हमला इजरायल ने नहीं किया है."
उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन और इजरायल की "मदद नहीं करना सही नहीं होगा. अमेरिका पहले भी दुनिया के लिए प्रकाश स्तंभ की तरह था और अब भी ऐसा है."
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