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इजरायल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच रविवार, 8 अक्टूबर को दूसरे दिन भी युद्ध जारी है. मरनेवालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इजरायली सरकार के प्रेस कार्यालय के एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, अब तक 600 से अधिक इजरायली मारे गए हैं. वहीं फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक, गाजा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 370 लोग मारे गए हैं.
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में लगातार मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. इजरायली सरकार के प्रेस कार्यालय के एक फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, अब तक 600 से अधिक इजरायली मारे गए हैं. वहीं 100 से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया गया है और 2,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
वहीं गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार सुबह से इजरायली हमलों में 370 लोग मारे गए हैं. मंत्रालय के फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि लगभग 2,200 लोग घायल हुए हैं.
इससे पहले फिलिस्तीनी प्राधिकरण के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि इजरायली हवाई हमलों में 20 बच्चों की मौत हुई है.
इजरायल पर हमास के हमले को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सीएनएन से बात की. उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार को रिपोर्ट मिली है कि इजरायल में कई अमेरिकियों की मौत हो गई है - और अधिकारी उन रिपोर्टों को सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं.
मेघालय के सीएम कॉनराड के संगमा ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा: "ताजा जानकारी के मुताबिक इजरायल-फिलिस्तीन युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे मेघालय के हमारे 27 लोग सुरक्षित हैं और विदेश मंत्रालय और हमारे भारतीय मिशन के प्रयासों की बदौलत वो बॉर्डर पार कर मिस्र पहुंच गए हैं."
हमास के हमले के बाद इजरायल शनिवार से ही गाजा हवाई हमले कर रहा है. ये खबर लिखे जाने तक इजरायल की ओर से हवाई हमले जारी हैं. इजरायल रक्षा बलों ने ट्वीट किया है: "IDF लड़ाकू विमानों ने गाजा में हमास के आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल इजरायल पर हमला करने के लिए किया गया था. "हम इजरायली नागरिकों की रक्षा करना जारी रखेंगे."
वहीं एक वीडियो संदेश में इजरायल रक्षा बलों के प्रवक्ता आरएडीएम डेनियल हगारी ने रविवार को कहा कि हमास का 'क्रूर हमला एक युद्ध अपराध है. अधिकारी ने कहा, 'महिलाओं और बच्चों को बंदी बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इस्लाम के खिलाफ है.'
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की, इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के साथ बातचीत की है.
नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि सभी ने इजरायल का समर्थन किया है और हर संभव मदद का भरोसा जताया है.
भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि इजरायल को भारत के मजबूत समर्थन की जरूरत है, क्योंकि हमास अब खुद को पीड़ित के रूप में पेश करेगा. अब उनके पास छिपने के लिए और खुद को पीड़ित के रूप में पेश करने के लिए इजरायली बंधक भी हैं.
दूसरी तरफ ईरान के सरकारी मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बीबीसी ने जानकारी दी है कि, ताजा घटनाक्रम के बाद ईरानी राष्ट्रपति ने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों हमास और इस्लामिक जिहाद (PIJ) के नेताओं से बात की है.
बता दें कि हमास को ईरान का समर्थन प्राप्त है, जो उसे पैसे और हथियार मुहैया कराता है. इसके साथ ही हमास के लड़ाकों को ट्रेनिंग भी देता है.
एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा कि गाजा और दक्षिणी इजरायल में हमास आतंकवादियों के साथ चल रही लड़ाई के बीच "सैकड़ों आतंकवादी" मारे गए हैं और दर्जनों को पकड़ा गया है. रियर एडमिरल डैनियल हगारी 8 अक्टूबर को मीडिया के सामने आए और हमले को लेकर जानकारी दी.
इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के सात अलग-अलग एरिया के निवासियों को घर छोड़कर शहर के सिटी सेंटर और शेल्टर्स में आश्रय लेने को कहा है. इजरायली सेना हमास के रॉकेट हमले का जवाब देने के लिए हमला करने की तैयारी कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के एक बयान का हवाला देते हुए बताया गया कि इजरायल गाजा को बिजली, ईंधन और माल की आपूर्ति बंद करेगा. गाजा अंधेरे में डूबा है. 7 अक्टूबर को ही इजरायली अधिकारियों ने गाजा में बिजली काट दी थी. मिस्र के साथ, इजरायल ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 2007 से गाजा पट्टी की नाकाबंदी कर रखी है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले को लेकर कहा "फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की ओर से किए गए हमले उनके देश में पहले कभी नहीं देखे गए हैं, ये देश के लिए ब्लैक डे है. उन्होंने चेतावनी दी कि वो इसका बदला जरूर लेंगे."
हमास के लड़ाके इजरायल में घुस गए. इजरायल का कहना है कि फिलिस्तीनी उग्रवादियों ने इजरायली सैनिकों और नागरिकों को बंधक बना लिया है. इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया है कि उसने अब तक 17 सैन्य परिसरों और चार हमास हेडक्वॉटर पर हमला किया गया.
हमास की सैन्य शाखा के नेता मोहम्मद डेफ ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इजरायल के खिलाफ "ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म" शुरू किया है. 7 अक्टूबर की सुबह तक इजरायल में कुल 5,000 रॉकेट दागे गए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के खिलाफ हमास के हमलों की कड़ी निंदा की और इसे भयानक बताया. उन्होंने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है".
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन सरकार "कायरतापूर्ण" हमले के खिलाफ इजरायल के साथ "पूरी एकजुटता" के साथ खड़ी है.
इधर, चीन के विदेश मंत्रालय ने 8 अक्टूबर को एक बयान में इजरायल और फिलिस्तीन के जंग पर गहरी चिंता जाहिर की है. विदेश मंत्रालय ने कहा "इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच बढ़ते तनाव और हिंसा को लेकर चीन बहुत चिंतित है."
चीन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से "स्थायी शांति लाने का रास्ता खोजने" के लिए "अधिक तत्परता से कार्य करने" का आह्वान किया है.
भारत ने भी इजरायल के समर्थन की बात कही है. वहीं, भारत ने इजरायल में रह रहे अपने देश के नागरिकों को एडवाइजरी जारी की है.
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