Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019तालिबान के पीड़ित लोगों और महिलाओं की मदद करना हमारी जिम्मेदारी: बोरिस जॉनसन

तालिबान के पीड़ित लोगों और महिलाओं की मदद करना हमारी जिम्मेदारी: बोरिस जॉनसन

बोरिस जॉनसन ने कहा कि इंग्लैंड अफगानिस्तान की मदद करेगा.

क्विंट हिंदी
दुनिया
Published:
<div class="paragraphs"><p>बोरिस जॉनसन</p></div>
i

बोरिस जॉनसन

(फोटो- द क्विंट)

advertisement

इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान शासन के तहत सबसे अधिक परेशानी उठा रहे लोगों की मदद के लिए, इंग्लैण्ड 50 मिलियन पाउंड (68.42 मिलियन अमरीकी डालर) देगा.

उन्होंने कहा कि तालिबानी शासन के तहत अफगानिस्तान में सबसे अधिक जोखिम वाले लोगों की मदद करना हमारी जिम्मेदारी है, खासकर महिलाओं और लड़कियों की.

रविवार को उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि मैंने जी20 के नेताओं से अफगानिस्तान की महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को अंतर्राष्ट्रीय विकास प्रयासों में प्राथमिकता देने का आग्रह किया.

ब्रिटेन अफगानिस्तान के लिए 50 मिलियन पाउंड देगा और मैं जी20 से आग्रह करता हूं कि हमारे सभी अंतरराष्ट्रीय विकास प्रयासों में महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को प्राथमिकता दी जाए.
बोरिस जॉनसन, प्रधानमंत्री, यूके
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

यह घोषणा उस समय में हुई है जब G20 के सभी नेता शिखर सम्मेलन के लिए रोम में बैठक कर रहे हैं.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि ढाई मिलियन अफगानोंको आज पीएम द्वारा घोषित 50 मिलियन पाउंड की फंडिंग के लिए तत्काल लाइफ-सेविंग मानवीय सहायता मिलेगी, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और लड़कियां हैं.

बयान में आगे कहा गया कि सितंबर में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित अफगानिस्तान के लिए यूके की 286 मिलियन पाउंड की सहायता राशि, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के माध्यम से बांटी की जाएगी.

इस फंडिंग से अफगानिस्तान में सर्दियों के महीनों में भोजन, पोषण, आश्रय और दवा की महत्वपूर्ण आवश्यकता में मदद मिलेगी और संयुक्त राष्ट्र की व्यापक मानवीय प्रतिक्रिया को बढ़ावा मिलेगा.

यूके सरकार की यह प्राथमिकता होगी कि महिलाओं और लड़कियों को लिंग आधारित हिंसा से बचाने को भी प्राथमिकता दी जाए.

'तालिबान के आने के बाद खराब हुई स्थिति'

लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के पतन और तालिबान द्वारा सत्ता संभालने के मद्देनजर अफगानिस्तान एक मानवीय संकट का सामना कर रहा है. वर्तमान में, कम से कम 18 मिलियन लोग या देश की लगभग आधी आबादी इससे प्रभावित है.

यूके गवर्नमेंट की ओर से कहा गया कि अगस्त में तालिबान द्वारा देश पर कब्जा करने के बाद से अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति तेजी से खराब हुई है.

इस सप्ताह की शुरुआत में, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा था कि देशों को एकजुट होना चाहिए और अफ़ग़ानिस्तान में स्थिरता सुनिश्चित करने और लोगों के बेहतर भविष्य के लिए तत्काल कार्य करना चाहिए.

ईरान द्वारा आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि अफगानिस्तान एक मानवीय संकट का सामना कर रहा है और विकास एक तबाही के कगार पर है. उन्होंने देशों से एक स्वर से बोलने का आग्रह किया.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT