Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बाइडेन-पुतिन वीडियो कॉल पर होंगे आमने-सामने, यूक्रेन पर हो सकती है बातचीत

बाइडेन-पुतिन वीडियो कॉल पर होंगे आमने-सामने, यूक्रेन पर हो सकती है बातचीत

बाइडेन-पुतिन के बीच का यह वीडियो कॉल कई मायनों में अमेरिका और रूस के आपसी संबंधों के लिए महत्वपूर्ण

क्विंट हिंदी
दुनिया
Published:
<div class="paragraphs"><p>अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्राध्यक्ष ब्लामिदिर पुतिन</p></div>
i

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्राध्यक्ष ब्लामिदिर पुतिन

(फोटो- अलटर्ड बाई क्विंट हिंदी)

advertisement

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) मंगलवार, 7 दिसंबर को अपने रूसी समकक्ष, व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉल पर आमने-सामने होंगे. इस वर्चुअल मीटिंग में दोनों नेताओं के यूक्रेन (Ukraine) में बढ़ते संघर्ष पर राजनयिक संबंधों को संबोधित करने की उम्मीद लगायी जा रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाइडेन इस बैठक में पुतिन को चेतावनी दे सकते हैं कि अगर वो यूक्रेन पर हमला करने के लिए सीमा पर मौजूद रूसी सेना को आदेश देते हैं, तो अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी रूस को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली से अलग-थलग करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं, शीर्ष रूसी बैंकों और राष्ट्रपति पुतिन के कई करीबी सहयोगी पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकते हैं.

अमेरिका-रूस : ये वर्चुअल मीटिंग क्यों है महत्वपूर्ण ?

बाइडेन-पुतिन के बीच का यह वीडियो कॉल कई मायनों में अमेरिका और रूस के आपसी संबंधों के भविष्य के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच यह बैठक यूक्रेन के मुद्दे पर उच्च तनाव के बीच होने जा रही है. अमेरिकी खुफिया विभाग के अनुसार 175,000 सैनिकों के साथ रूस यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए तैयार है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हालांकि रूस ने यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए हमला करने की योजना से इनकार किया है, लेकिन उसकी सेना ने 2014 में ऐसा किया था और यूक्रेन को वह "महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा हितों" के रूप में देखता है.

दूसरी तरफ अमेरिका अभी यूक्रेन की तरफ से लड़ने के लिए अपने सैनिकों को प्रतिबद्ध नहीं करना चाहता है बल्कि इसकी जगह यूक्रेन की मदद करने के लिए रूस की सीमा से लगे नाटो सहयोगियों को अधिक मदद का प्रयास कर रहा हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT