21वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन (India-Russia summit) में शामिल होने आए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मुलाकात की. व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी के बीच यह मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई. बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि "कोविड द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, भारत-रूस संबंधों की वृद्धि की गति में कोई बदलाव नहीं आया है. हमारी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है"
"पिछले कुछ दशकों में, दुनिया ने कई मूलभूत परिवर्तन देखे और विभिन्न प्रकार के भू-राजनीतिक समीकरण उभरे लेकिन भारत और रूस की मित्रता स्थिर रही"पीएम मोदी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा कि मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है. पिछले साल दोनों देशों के बीच ट्रेड में 17% की गिरावट हुई थी परन्तु इस साल पहले 9 महीनों में ट्रेड में 38% की बढ़ोतरी देखी गई है.
हम भारत को एक महान शक्ति, एक मित्र राष्ट्र और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले मित्र के रूप में देखते हैं. दोनों देशों के बीच संबंध बढ़ रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं...वर्तमान में, रूस की ओर से थोड़े अधिक निवेश के साथ आपसी निवेश लगभग 38 बिलियन का है. हम जिस तरह सैन्य और तकनीकी क्षेत्र में बहुत सहयोग करते हैं वैसा किसी देश के बीच नहीं है. हम एक साथ उच्च तकनीक विकसित करते हैं और साथ ही भारत में उत्पादन करते हैं"व्लादिमीर पुतिन
गौरतलब है कि ब्राजील के ब्रासीलिया में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान 2019 में अपनी आखिरी मुलाकात के बाद यह पहली बार है जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन व्यक्तिगत रूप से मिल रहे हैं. पीएम मोदी हैदराबाद हाउस में पुतिन के लिए डिनर भी होस्ट करेंगे.
पहली बार हो रही भारत-रूस 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक
विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच पहली भारत-रूस 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक होने के कुछ घंटे बाद, 6 दिसंबर की शाम को नई दिल्ली पहुंचे पुतिन ने हैदराबाद हाउस में मोदी से मुलाकात की है. अब तक भारत की अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ बैठकों का 2+2 प्रारूप रहा है जो सभी क्वाड ग्रुपिंग के सदस्य हैं.
भारत ने रूस के साथ चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए जब दोनों देशों ने सोमवार, 6 दिसंबर की सुबह अपनी पहली 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता शुरू की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से मुलाकात की और दोनों पक्षों ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक संयुक्त उद्यम के तहत लगभग 6 लाख AK-203 राइफल के निर्माण के लिए दो कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए. यह डील 5000 करोड़ रुपये से अधिक की है.
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