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नेपाल और चीन के बीच मजबूत होते रिश्ते का एक और मामला सामने आया है. नेपाल के लोगों ने चीन की ऑप्टिकल फाइबर लिंक के जरिए इंटरनेट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.
इससे नेपाल की इंटरनेट के लिए भारत पर निर्भरता खत्म हो गई है और चीन ने इस क्षेत्र में भारत का एकाधिकार समाप्त कर दिया है.
नेपाल के अधिकारियों के मुताबिक, रासुवागढ़ी बॉर्डर से चीनी फाइबर लिंक के जरिये नेपाल को 1.5 गीगाबाइट प्रति सेकंड (जीबीपीएस) की स्पीड से इंटरनेट की सुविधा मिलेगी. हांलाकि यह विराट नगर, भैरहवा और बीरगंज होते हुए भारत से मिलने वाली 34 जीबीपीएस की इंटरनेट स्पीड से काफी कम है.
नेपाल के सूचना एवं संचार मंत्री मोहन बहादुर बासनेत ने नेपाल-चीन सीमा पार ऑप्टिकल फाइबर लिंक का एक कार्यक्रम में उद्घाटन किया. बासनेत ने कहा,
अधिकारियों ने कहा कि हिमालय पर्वतों में चीन के ऑप्टिकल फाइबर लिंक का कमर्शियल इस्तेमाल शुरू हो गया है.
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