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न्यूजीलैंड (New Zealand) की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न (Jacinda Ardern)ने पैसिफिक लोगों की ऐतिहासिक नस्लवादी पुलिसिंग के लिए औपचारिक माफी मांगी है. अर्डर्न ने पैसिफिक छात्रों को स्कालरशिप में ऑफर की है. 1 अगस्त को राजधानी ऑकलैंड के टाउन हॉल में सैंकड़ों लोगों ने 1970 के दशक की 'dawn raids' के लिए माफी सुनी.
इन्हें 'डौन रेड' (dawn raids) इसलिए कहा जाता है क्योंकि पुलिस सुबह-सुबह वीजा से ज्यादा रुकने वाले लोगों को उठाती थी और उन्हें पूछताछ के लिए ले जाया करती थी. पैसिफिक लोगों के साथ ऐसा ज्यादा किया गया. लोगों को जबरदस्ती डिपोर्ट करने की वजह से कई परिवार बिछड़ गए थे.
1974 में शुरू हुई इन रेड के दौरान न्यूजीलैंड पुलिस कुत्तों के साथ जाकर कथित तौर पर वीजा से ज्यादा रहने वाले पैसिफिक लोगों को जगाती थी और उन्हें पुलिस वैन में ठूस देती थी. कई बार लोगों को डिपोर्ट कर दिया गया और उनके बच्चों को न्यूजीलैंड में ही सरकारी केयर होम में रख दिया गया.
प्रधानमंत्री ने टाउन हॉल में जमा लोगों के सामने कहा कि 'मैं यहां उन लोगों की प्रतिनिधि बनकर खड़ी हूं, जिन्होंने आपको नुकसान पहुंचाया है.'
जेसिंडा अर्डर्न ने कहा कि इन रेड से सीधे प्रभावित होने वालों की यादों में सब कैद है. उन्होंने कहा कि अथॉरिटीज में खोए विश्वास और पैसिफिक लोगों की शिकायतों में ये सब जिंदा है.
अर्डर्न ने कहा कि वो पैसिफिक समुदाय के लिए 'नई सुबह' लाना चाहती हैं, और उन्होंने न्यूजीलैंड में पैसिफिक छात्रों के लिए 3.1 न्यूजीलैंड डॉलर की स्कॉलरशिप का ऐलान किया.
साथ ही सरकार dawn raids को इतिहास के करिकुलम में भी शामिल करेगी और पैसिफिक आर्टिस्ट्स और इतिहासकारों को दुर्व्यवहार का एक आधिकारिक रिकॉर्ड बनाने में भी मदद देगी.
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