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इमरान खान (Imran Khan) की सत्ता जाने की खबरों के बीच एक एक सनसनी खेज मीडिया रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार इमरान असल में कल अपने आवास पर एक बड़ा खेल करने की तैयारी कर रहे थे. यह बड़ा खेल था आर्मी प्रमुख जनरल बाजवा (General Bajwa) को बर्खास्त करने का. इमरान ने अपनी सत्ता बचाने इस बड़े दांव को चलने की तैयारी कर ली थी और आर्मी प्रमुख जनरल बाजवा को बर्खास्त करने की प्रक्रिया को पूरी करने अपने आवास पर अधिकारियों व मंत्रियों का जमावड़ा जुटाया था.
यह रिपोर्ट बीबीसी उर्दू ने अपने इस्लामाबाद संवाददाता आसिफ फारूकी के हवाले से जारी की है, जिसमें उल्लेख है इमरान कल इसी उधेड़बुन में लगे रहने के कारण ही नेशनल असेंबली की मीटिंग से नदारद रहे.
इमरान खान ने इससे पहले जनरल बाजवा को बर्खास्त करने के आदेश जारी करते हुए अधिसूचना तैयार करा ली थी, पर इतने बड़े स्तर के अधिकारी को बर्खास्त करने के लिए जो कानूनी दस्तावेज डिफेंस मिनिस्ट्री को जारी करने चाहिए थे, वह जारी नहीं हो पाए. इस तरह से भरसक कोशिश के बाद भी इमरान खान का यह प्रयास विफल हो गया.
इमरान के इस हथकंडे के फेल होने का बड़ा कारण बताते हुुए इस खबर में दावा किया गया है कि इमरान के इस कदम के बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था और हथियारों से लैस जवानों की घेराबंदी में दो प्रभावी वीआईपी शख्सियत हेलीकॉप्टर से सीधे प्रधानमंत्री आवास में लैंड हुई और उन्होंने 45 मिनट तक इमरान खान से बंद कमरे में चर्चा की.
बीबीसी के संवाददाता को उसके विश्वसनीय सरकारी सूत्रों ने इस अंदरूनी बैठक के बारे में जानकारी दी कि इसमें माहौल कोई बहुत अच्छा नहीं था. रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान कल्पना कर रहे थे कि जो हेलीकॉप्टर उनके आवास में उतरेगा उसमें उनके द्वारा नवनियुक्त सेनाध्यक्ष निकल कर उनसे हाथ मिलाएंगे और उसके बाद संसद भवन में सन्नाटा छाएगा और उन्हें उनकी कुर्सी पर आया खतरा टल जाएगा. पर ऐसा कुछ नहीं हुआ.
बीबीसी की खबर में दावा किया गया है कि अगर इमरान बाजवा को हटाने में सफल हो जाते तो दूसरे धड़े के कानूनी जानकारों ने उनके इस कदम को कानूनी तौर पर अमान्य कराने की पूरी तैयारी कर ली थी. शनिवार रात को इस्लामाबाद हाई कोर्ट को भी खोल दिया गया था और चीफ जस्टिस अताउल्लाह के साथ काम करने वाले कर्मचारी कोर्ट पहुंच गए थे.
याचिक तो तैयार कर ली गई थी लेकिन सेना प्रमुख को हटाने के लिए अधिसूचना संख्या की जगह को भी छोड़ दिया गया था. क्योंकि तब तक इमरान द्वारा यह अधिसूचना जारी करने की फाइनल खबर याचिकाकर्ता तक नहीं पहुंच सकी थी. बाद में इस याचिका को जज के समक्ष रखने की जरूरत ही नहीं पड़ी, क्योंकि यह अधिसूचना जारी ही नहीं हो सकी.
खबर में यह भी उल्लेख है कि इमरान ने अपने यहां बुलाई गई बैठक मैं मौजूद अधिकारियों नेताओं को वह कथित केबल भी दिखाया था जिसमें अमेरिकी साजिश का उल्लेख वह करते रहे हैं. अभी उन दो बिन बुलाए मेहमानों के नामों का खुलासा नहीं हो पाया है जिन्होंने हेलीकॉप्टर से इमरान के आंगन में लैंड किया था.
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