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अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के बाहर खड़े युवक बराकत अली ने कहा, "विस्फोट के बाद मैंने केवल शव और घायलों को देखा." अली ने न्यूज वेबसाइट अल जजीरा को बताया, "मैं मौके पर अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे घायलों की चीख-पुकार को नहीं भूल सकता."
पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान (Balochistan) प्रांत में शुक्रवार, 29 सितंबर को एक मस्जिद के पास एक आत्मघाती विस्फोट हुआ. इस धमाके में एक पुलिस अधिकारी समेत 52 लोग मारे गए. वहीं, 50 लोग घायल हैं. ये हादसा तब हुआ, जब लोग पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाने के लिए इकट्ठा होकर जा रहे थे.
एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अल जजीरा को बताया, "आत्मघाती हमलावर ने जुलूस के अंदर अधिकतम नुकसान पहुंचाने के लिए खुद को उड़ा लिया."
दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में विस्फोट के तुरंत बाद, देश के उत्तर-पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की एक मस्जिद में एक और बमबारी हुई, इस हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए.
किसी भी समूह ने किसी भी हमले की अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली है.
एक महिला रोते हुए बोली कि, "हम न्याय की मांग करते हैं और आतंकवादियों को सजा मिलनी चाहिए. क्या यह न्याय है? मैंने एक जवान बेटा खो दिया है."
उन्होंने आगे कहा कि, “मेरा बेटा क्यों शहीद हुआ, उसका गुनाह क्या था?”
पाकिस्तान के अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने 30 सितंबर को आरोप लगाया कि भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) बलूचिस्तान में हाल के आतंकी हमलों में शामिल थी.
उन्होंने आगे कहा कि, "इससे पहले जो भी घटनाएं हुईं... उन सभी का पर्दाफाश हो गया - सभी प्रमुख घटनाएं जो बलूचिस्तान में हुईं - और उन सभी के पीछे रॉ की भागीदारी रही है, और वे ताकतें जो पाकिस्तान को अस्थिर करना चाहती हैं."
हालांकि मंत्री ने अपने बयानों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है.
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