advertisement
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) के द्वारा शनिवार, 20 अगस्त को इस्लामाबाद में एक रैली करने के कुछ घंटों बाद पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (PEMRA) ने उनकी स्पीच को टीवी पर लाइव प्रसारण होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा उनके रिकॉर्ड किए गए भाषण और बयान को भी जांचकर चलाने का आदेश दिया गया है, कि उसमें कोई आपत्तिजनक कंटेंट न हो.
PEMRA ने जारी किए गए अपने आदेश में लिखा कि
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को इस्लामाबाद में रैली के दौरान एक न्यायाधीश और दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों को धमकाने के लिए रविवार को इमरान खान पर आतंकवाद विरोधी अधिनियम (ATA) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इमरान खान ने रविवार, 21 अगस्त को इस फैसले को लेकर शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार निचले स्तर पर पहुंच गई है.
इमरान ने अपने ट्वीट में लिखा फासीवादी आयातित सरकार टीवी पर मेरे भाषणों के लाइव कवरेज पर प्रतिबंध लगाकर और लियाकत बाग में मेरी स्पीच के दौरान अस्थायी रूप से YouTube को ब्लॉक करके एक नए निचले स्तर तक गिर गई. यह सब मीडियाकर्मियों को लगातार डराने-धमकाने के बाद किया गया.
उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है, बल्कि इससे डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री और कई लोगों की आजीविका पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है.
बता दें कि इमरान खान को अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था. उनकी जगह पाकिस्तान मुस्लिम लीग (N) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने ले ली है.
इस दौरान इमरान खान ने आरोप लगाया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में विपक्षी दलों की मदद से उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एक विदेशी साजिश रची गई थी.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)