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अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधान मंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रेसीडेंट इमरान खान (Imran Khan) ने शक्तिप्रदर्शन का विकल्प चुना है. रविवार, 27 मार्च को उन्होंने इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में एक बड़ी रैली के दौरान "भ्रष्ट" विपक्षी नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि वो उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. Dawn News की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव से पहले पीटीआई समर्थक बड़ी संख्या में शक्ति प्रदर्शन के लिए कार्यक्रम स्थल पर जमा हो गए थे.
विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा कि गरीब देश पिछड़े हैं क्योंकि अपराधों में शामिल अमीरों को पकड़ने में कानून फेल रहता है. वे चोरी और लूटे गए पैसों को कर-नियामक अकाउंट्स में ट्रांस्फर करते हैं. छोटे चोर किसी देश को नष्ट नहीं करते हैं, जिस तरह से बड़े चोर करते हैं.
उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं उन्हें माफ नहीं करूंगा, भले ही मेरी सरकार चली जाए या मेरी जान भी चली जाए.
इमरान खान ने पिछले 3.5 सालों में पीटीआई के प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने साढ़े तीन साल में पीटीआई जैसा काम नहीं किया.
उन्होंने जनता पर बोझ कम करने के लिए अपनी सरकार के उपायों के बारे में भी बताया.
इमरान खान ने कहा कि हम परिवारों को घर, टेक्निकल एजुकेशन और छोटे व्यवसायों के लिए लोन दे रहे हैं. जैसे ही हमारा टैक्स बढ़ाया गया, मैंने सब्सिडी का ऐलान किया. पेट्रोल और 'फजलुर रहमान' की दरों में कमी की. मैंने बिजली दरों में सब्सिडी की भी पेशकश की. मैं वादा करता हूं कि मैं अपने लोगों पर अधिक पैसा खर्च करूंगा क्योंकि हमारी सरकार टैक्स के माध्यम से अधिक पूंजी एकत्र करती है.
देश में कोरोना महामारी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा:
कोरोना महामारी आई, इस दौरान पाकिस्तान ने लॉकडाउन नहीं लगाया और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. मैं फक्र से कह सकता हूं कि पाकिस्तान के द्वारा उठाए गए कदमों को दुनिया ने स्वीकार किया क्योंकि इसकी वजस अर्थव्यवस्था को बचाने में मदद मिली.
पाकिस्तान में गरीबी दर के बारे में बोलते हुए, इमरान खान ने कहा कि विश्व बैंक ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान वह देश है जहां गरीबी न्यूनतम है. बाद में, हमारी विकास दर 6 प्रतिशत से अधिक थी. इसने विपक्ष के साथ-साथ दुनिया को भी चौंका दिया.
अपने संबोधन की शुरुआत में इमरान खाने के कहा कि सबसे पहले, मैं अपने देश को शुक्रिया अदा करता हूं. मैं अपने सांसदों की टीम को भी मुबारकबाद देता हूं क्योंकि आपको पैसे की पेशकश की गई थी और आपको रिश्वत देने की कोशिश की गई थी लेकिन आपने मुझे खुश किया और मुझे इस बात का फक्र है.
इससे पहले रक्षा मंत्री परवेज खट्टक ने पीटीआई समर्थकों से इमरान खान के साथ खड़े होने की गुजारिश की थी. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप इमरान खान के साथ आखिरी सांस तक खड़े रहेंगे.
उन्होंने कहा कि आप लोग देखेंगे...विपक्ष चार दिन बाद रोएगा.
खट्टक ने कहा कि पीटीआई छोड़ने वाले नेशनल असेंबली के सदस्य मूल रूप से कभी पार्टी के नहीं थे, आप देखेंगे...वे इसके लिए पछताएंगे.
समुद्री मामलों के मंत्री अली जैदी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीछे की वजहों के बारे में बताया.
उन्होंने कहा कि इमरान खान के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान ने टैक्स कलेक्शन के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए क्योंकि इमरान खान हमें FATF से बाहर निकाल रहे हैं, क्योंकि इमरान खान ने कश्मीर को एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाया.
साढ़े तीन साल सरकार चलाने के बाद इमरान खान अपने कार्यकाल की अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती के सामने खड़े हैं, उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 28 मार्च को होने की उम्मीद है.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक ऑडियो मैसेज में इमरान ने कहा कि रविवार की रैली उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुस्तकबिल की लड़ाई नहीं थी, बल्कि पूरे देश की लड़ाई थी. यह पाकिस्तान के मुस्तकबिल के लिए एक लड़ाई है.
विपक्ष के साथ-साथ पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी में ही बगावत तेज हो गई है, जिसमें पीटीआई के करीब दो दर्जन सांसद पीएम इमरान खान के खिलाफ उतर आए हैं. यह पाकिस्तान के विपक्षी दलों के लगभग 100 सांसदों द्वारा नेशनल असेंबली सचिवालय में सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के कुछ दिनों बाद आया है.
इमरान खान की पार्टी के समर्थक राजधानी के अंदर और बाहर से इकट्ठा हो रहे हैं.
लेकिन इमरान और उनकी पार्टी पीटीआई के सपोर्टर के इस्लामाबाद में जमा होने के बावजूद विपक्ष जवाबी रैलियां भी कर रहा है. पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज ने पंजाब के विपक्षी नेता हमजा शहबाज के साथ राजधानी में एक रैली का नेतृत्व किया, इस रैली को उन्होंने पीटीआई सरकार के ताबूत में आखिरी कील बताया.
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