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भारतीय पहचान का सहारा लेकर अरबों रुपये की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग करने वाला एक और पाकिस्तानी (Pakistan) नटवरलाल सुर्खियों में है. इस कॉनमैन का नाम मुहम्मद अतीक है. जिसने अमेरिका में मौजूद कई एजेंसियों को बड़ी ही चतुराई से करोड़ों का चूना लगा दिया. हालांकि, अब वो अमेरिका (America) की गिरफ्त में है और उसे 12 साल की कैद की सजा सुनाई गई है. साथ ही, उस पर 48 मिलियन डॉलर यानी करीब 350 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
33 साल का मुहम्मद अतीक पाकिस्तान के रावलपिंडी का निवासी है. कोर्ट के डॉक्युमेंट्स के मुताबिक, अतीक होम हेल्थकेयर कंसल्टिंग के इस्लामाबाद ऑफिस में काम करता था. होम हेल्थकेयर कंसल्टिंग इलिनॉय, इंडियाना, नवैदा और टेक्सस में मौजूद 20 से ज्यादा हेल्थ एजेंसीज के लिए, मेडिकेयर बिलिंग और इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड्स के मेंटीनेंस का काम करती है.
इस संस्था में काम करते हुए, अतीक ने नीलेश पटेल, संजय कपूर और राजेश देसाई जैसे भारतीय नामों का इस्तेमाल किया. ताकि, अमेरिका में होम हेल्थ एजेंसीज का काम हासिल किया जा सके. जब कई एजेंसिंयो का काम अतीक को मिल गया तो अतीक ने फर्जी बिलों के नाम पर इन एजंसियों से 40 मिलियन डॉलर यानी करीब 300 करोड़ ले लिए, वो भी उन सेवाओं के लिए जो कभी दी ही नहीं गईं.
इस मनी लॉन्ड्रिंग कॉन्सपिरेसी में, अतीक ने अपने अमेरिका में मौजूद इंप्लॉईज से कहा कि वो ये चेक उन ओवरसीज कस्टमर्स के अमेरिका में मौजूद बैंक अकाउंट में डालें जो ओविरसीज मनी ट्रांसमिटिंग बिजनेस से हैं. उसके बाद इन मनी ट्रांसिमिटिंग बिजनेसेज की ओर से पाकिस्तान में अतीक को नकद भुगतान कर दिया जाता था. साथ ही, इन्हें अतीक के पाकिस्तानी बैंक खातों में भी जमा किया जाता था. इसके अलावा, अतीक ने अपने कर्मचारियों को महंगी घड़ियां और दूसरे लग्जरी आइटम खरीद के दुबई में मौजूद उसके सहयोगियों को भेजने के लिए भी कहा.
इस तरह से अतीक ने एक दो या तीन नहीं बल्कि 300 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की. जिसके लिए अब उसे 12 साल की सजा भुगतनी होगी
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