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पाकिस्तान का एक पॉपकॉर्न वाला अपने हाथों से प्लेन बनाकर पूरी दुनिया में मशहूर हो गया है. 30 साल के मोहम्मद फैज ने आसपास मौजूद छोटी-छोटी चीजों की मदद से ये प्लेन बनाया है. उन्होंने रोड कटर रिक्शे की पहियों की मदद से ये प्लेन तैयार किया है. फैज ने दावा किया है कि ये प्लेन वो हवा में उड़ाकर भी ले गए थे.
घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए भी मोहम्मद फैज के सपने उड़ान भरते रहे. वो दिन में पॉपकॉर्न बेचते और रात में गार्ड की नौकरी करते. प्लेन बनाने के लिए पैसे जुटाए और नेट पर प्लेन बनाने की जानकारी जुटाई.
ज्योग्राफी चैनल के एक प्रोग्राम एयर क्रैश इंवेस्टिगेशन देखकर वो अपने मिशन पर जुट गए. फैज को अपना सपना पूरा करने के लिए पैसों की जरुरत थी, जिसके लिए उन्होंने अपनी जमीन तक बेच दी. एक एनजीओ से 50 हजार रुपये का लोन भी लिया. मोहम्मद फैज के घरवालों को ये कतई पसंद नहीं आया उनकी मां ने उन्हें कई बार समझाने की कोशिश भी की, लेकिन उनका जुनून कम नहीं हुआ.
फैज की 2 सालों की मेहनत रंग लाई और प्लेन बनाने में कामयाब हुए. इसी साल फरवरी में उनकी प्लेन ने उड़ान भरी. मोहम्मद फैज के दोस्त चश्मदीद अमीर हुसैन का दावा है कि टेक ऑफ करने से पहले प्लेन 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गया था. अमीर हुसैन का दावा है कि वह प्लेन के साथ-साथ बाइक पर दौड़ रहा था. और प्लेन जमीन से दो या ढाई फीट ऊपर था, लैंडिंग से पहले वह दो से तीन किलोमीटर तक उड़ा.
मोहम्मद फैज ने अपने इस अविष्कार को दिखाने के लिए अपने गांववालों को बुलाया. प्लेन को उड़ते हुए देखने के लिए गांववाले भी इकट्ठा हो गए, लेकिन फैज प्लेन उड़ाता उससे पहले ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई. पुलिस का कहना था कि फैज ने प्लेन की टेस्टिंग से पहले अथॉरिटी से परमिशन भी नहीं ली, इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया. फैज जमानत पर जेल से रिहा तो हो गया, लेकिन उसके बाद सोशल मीडिया पर उसकी कहानी वायरल होने लगी और पूरी दुनिया को इस कारनामे की खबर मिली.
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