advertisement
पेंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) में दुनिया के कुछ सबसे अमीर और सबसे शक्तिशाली लोगों के सीक्रेट डील्स और विदेशी “ऑफशोर अकाउंट्स” में छिपी संपत्ति के खुलासे का दावा किया गया है. इसमें वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों और राष्ट्राध्यक्षों सहित 35 वैश्विक नेताओं के गुप्त विदेशी संपत्ति के पर्दाफाश की बात कही जा रही है.
इसके साथ ही 330 से अधिक नेताओं और पॉप स्टार शकीरा और पूर्व भारतीय क्रिकेट स्टार सचिन तेंदुलकर जैसे हस्तियों का नाम भी जांच में शामिल हैं.
आइये डालते हैं एक नजर उन देशों और वहां के शक्तिशाली लोगों पर जिनका नाम सामने आया है.
वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि रूसी महिला स्वेतलाना क्रिवोनोगिख अप्रैल 2003 में कैरेबियाई द्वीप टोर्टोला पर मौजूद एक ऑफशोर कंपनी के माध्यम से मोनाको अपार्टमेंट की मालिक बन गई. उसके कुछ ही हफ्तों बाद उसने एक लड़की को जन्म दिया.
रिपोर्ट ने यह भी दावा किया है कि पुतिन के इमेज-मेकर और रूस के प्रमुख टीवी स्टेशन के सीईओ, कॉन्स्टेंटिन अर्न्स्ट को मास्को में सोवियत युग के सिनेमाघरों और आसपास की संपत्ति को खरीदने और डेवलप करने की छूट मिली थी.
पेंडोरा पेपर्स की जांच के बाद मीडिया हॉउसेस ने दावा किया है कि 1997 से 2007 तक यूके के प्रधान मंत्री रहे टोनी ब्लेयर 2017 में एक ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स कंपनी खरीदकर $8.8 मिलियन के विक्टोरियन बिल्डिंग के मालिक बन गए.
जांच में दावा किया गया है कि लंदन में इस बिल्डिंग को खरीदने के बजाय कंपनी के शेयरों को खरीदने से ब्लेयर्स को 400,000 डॉलर से अधिक की वेल्थ टैक्स की बचत हुई.
पेंडोरा पेपर्स की जांच में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के प्रमुख सदस्य, उनकी पार्टी को डोनेशन देने वाले और देश के शक्तिशाली सैन्य जनरलों के परिवार के सदस्यों ने ऑफशोर कंपनियों के माध्यम से लाखों डॉलर का धन स्थानांतरित किया है.
जांच कंसोर्टियम ने कहा कि डॉक्यूमेंट्स में ऐसा कोई सबूत नहीं है कि इमरान खान खुद किसी ऑफशोर कंपनियों के मालिक हैं.
पेंडोरा पेपर्स की जांच में दावा किया गया कि जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला II ने गुप्त कंपनियों के माध्यम से अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में लगभग 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति अर्जित की है. इस संपत्ति को 2003 और 2017 के बीच टैक्स हेवन में रजिस्टर्ड फर्मों के माध्यम से खरीदा गया था और इसमें मालिबू, दक्षिणी कैलिफोर्निया, वाशिंगटन और लंदन की संपत्तियां शामिल हैं.
लीक हुई फाइलों में यह भी दावा किया गया है कि लेबनान में शीर्ष राजनीतिक और वित्तीय हस्तियों ने ऑफशोर अकाउंट में धन जमा किये हैं.
इनमें लेबनान प्रधान मंत्री नजीब मिकाती, पूर्व पीएम हसन दीब, लेबनान के सेंट्रल बैंक के गवर्नर रियाद सलामेह, पूर्व राज्य मंत्री और अल मावरिद बैंक के अध्यक्ष मारवान खीरेद्दीन शामिल हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)