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फिलीपींस के विदेश सचिव ने 3 जुलाई को चीन को एक चेतावनी दी. विदेश सचिव टोडरो लॉक्सिन ने कहा कि अगर विवादित दक्षिण चीन सागर में चल रही चीन की मिलिट्री एक्सरसाइज फिलीपींस के क्षेत्र तक पहुंची, तो 'बहुत गंभीर जवाब' दिया जाएगा.
विदेश सचिव ने कहा कि चीन की सेना 1 जुलाई से पारासेल आइलैंड के करीब मिलिट्री एक्सरसाइज आयोजित कर रही है. लॉक्सिन ने कहा कि जितने क्षेत्र में ये एक्सरसाइज की जा रही है, चीन के मेरीटाइम अधिकारियों ने उतने हिस्से से सभी जहाजों के जाने पर पाबंदी लगा दी है.
जिस जगह चीन की सेना की एक्सरसाइज हो रही है, उस नो-एंट्री जोन के कोऑर्डिनेट्स चेक कर विदेश सचिव ने कहा कि पारासेल आइलैंड के पानी पर वियतनाम भी दावा करता है, लेकिन 'वो फिलीपींस का क्षेत्र' नहीं है. हालांकि ने लॉक्सिन चिंता जाहिर की है.
फिलीपींस की चीन को चेतावनी ऐसे समय में आई है जब 2016 में रोड्रिगो दुतेर्ते के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के बीच संबंध सुधरे हैं.
अप्रैल में चीन के कोस्ट गार्ड जहाज ने पारासेल आइलैंड के पास आठ मछुआरों से भरी एक नाव डुबा दी थी. इसे लेकर वियतनाम ने आपत्ति जताई थी. फिलीपींस ने वियतनाम का समर्थन किया था और चीन के समंदर में दो क्षेत्रीय डिस्ट्रिक्ट के ऐलान करने का विरोध भी किया था.
विदेश सचिव टोडरो लॉक्सिन ने कहा कि हम चीन को अपना सबसे पड़ोसी और बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर के तौर पर देखते हैं. लॉक्सिन का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी के बाद इकनॉमिक रिकवरी में चीन की भागीदारी बहुत जरूरी है.
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