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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का अमेरिका दौरा उनके लिए कुछ खास साबित नहीं हो रहा है. पहले जहां अमेरिका पहुंचते ही उन्हें रिसीव करने कोई बड़े अधिकारी नहीं पहुंचे, वहीं अब उनके भाषण के दौरान जमकर नारेबाजी हुई है. जब इमरान खान अमेरिका के एक ऑडिटोरियम में लोगों को संबोधित कर रहे थे, तभी बलूच समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
पाकिस्तान में मौजूद बलूचिस्तान के लोग सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते आए हैं. यहां पाकिस्तानी सेना पर आरोप लगते हैं कि वो अपनी मनमानी करते हैं और बलूच लोगों पर जुल्म किया जाता है. इसके लिए पिछले कई सालों से बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने की भी मांग उठ रही है. अमेरिका जैसे कई देशों से बलूच समर्थक ऐसी आवाजें उठाते रहे हैं. इसके लिए उनकी तरफ से कई तरह के कैंपेन भी चलाए जा रहे हैं.
माना जा रहा है कि अमेरिकी नेतृत्व इमरान पर पाकिस्तानी धरती पर सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ “निर्णायक और स्थिर” कार्रवाई करने और तालिबान के साथ शांति वार्ता में सहायक भूमिका निभाने का दबाव बनाएगा. वॉशिंगटन डीसी में ठहरने के दौरान इमरान ट्रंप से मुलाकात करने के अलावा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास से भी मिलेंगे. इसके अलावा वह 23 जुलाई को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से मिलेंगे.इमरान खान के साथ पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद भी दौरे पर आए हैं.
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