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रूस ने यूक्रेन में युद्ध पर ब्रिटेन के "शत्रुतापूर्ण" रुख को लेकर पीएम बोरिस जॉनसन और उनके कई वरिष्ठ मंत्रियों के रूस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. पीएम समेत विदेश सचिव लिज ट्रस, रक्षा सचिव बेन वॉलेस, चांसलर ऋषि सुनक (वित्त मंत्री) और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं - जिनमें ज्यादातर कैबिनेट के सदस्य हैं - को बैन कर दिया गया है.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने जिन नेताओं को बैन किया है, वो हैं:
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, विदेश सचिव लिज ट्रस, रक्षा सचिव बेन वॉलेस, डिप्टी प्रधानमंत्री डॉमिनिक राब, चांसलर ऋषि सुनक, गृह सचिव प्रीति पटेल, परिवहन राज्य सचिव ग्रांट शैप्स, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति मंत्री क्वासी क्वार्टेंग, डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल मंत्री नादिन डॉरिस, सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हीप्पी, स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री निकोला स्टर्जन, इंग्लैंड और वेल्स के अटॉर्नी जनरल और नॉर्थ आयरलैंड के लिए एडवोकेट जनरल सुएला ब्रेवरमैन और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे.
एक बयान में, रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा, "रूस को अलग-थलग करने, हमारे देश को नियंत्रित करने और घरेलू अर्थव्यवस्था का गला घोंटने के लिए स्थितियां बनाने के लिए लंदन का राजनीतिक अभियान इस फैसले के लिए जिम्मेदार थे."
रूस ने आगे कहा कि ब्रिटिश नेतृत्व जानबूझकर यूक्रेन की स्थिति को बढ़ा रहा है, कीव को घातक हथियार दे रहा है और नाटो की ओर से इसी तरह के प्रयासों की कोशिश कर रहा है."
यूके सरकार ने कहा कि वो इस कदम के बावजूद यूक्रेन के समर्थन में "दृढ़" बनी हुई है. हाल ही में, यूके और अमेरिका ने रूस पर और प्रतिबंध लगाए थे. इन प्रतिबंधों में रूस की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उच्च पद के अधिकारियों और उनसे लाभ पाने वाले लोगों को दंडित करने के लिए डिजाइन किए गए वित्तीय उपाय शामिल थे.
बोरिस जॉनसन ने हाल ही में युद्धग्रस्त यूक्रेन का दौरा किया था. जॉनसन 10 अप्रैल को यूक्रेन पहुंचे थे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी और कीव की सड़कों पर स्थिति का जायजा लिया था.
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