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क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अस्तित्व पर खतरा आने की स्थिति में रूस (Russia) परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि हम डोमेस्टिक सिक्योरिटी के कॉन्सेप्ट पर काम कर रहे हैं और यह सबको पता है. आप परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के सभी कारणों को देख सकते हैं. इस स्थिति में अगर यह हमारे देश के लिए एक अस्तित्व का खतरा होता है, तो हमारे कॉन्सेप्ट के मुताबिक इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
पुतिन ने पिछले महीने रूस के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया था.
Interfax news agency की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन के आदेश के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय ने 28 फरवरी को कहा था कि उसके परमाणु मिसाइल बलों और उत्तरी व प्रशांत फ्लीट्स को ड्यूटी पर लगाया गया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 14 मार्च को कहा था कि एक समय ऐसा था कि परमाणु संघर्ष की उम्मीद अकल्पनीय थी और आज यह उम्मीद के दायरे में है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी थी कि पुतिन यूक्रेन में रासायनिक और जैविक हथियारों का उपयोग करने पर विचार कर रहे थे.
पिछले हफ्ते रूस ने कहा कि उसने अपनी किंजल (डैगर) हाइपरसोनिक मिसाइल लॉन्च की है, जो एक घंटे के भीतर पृथ्वी पर कहीं भी अपने टारगेट को निशाना बना सकती है.
रूस ने पहली बार 2016 में सीरिया में अपने सैन्य अभियान के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया था.
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