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रूस यूक्रेन की जंग (Russia Ukraine war) यूक्रेन के आम लोगों की जिंदगी को किसी बुरे सपने की तरह तबाह करने वाली साबित हुई है. लाखों की संख्या में यूक्रेनवासी भागकर दूसरे देशों में पहुंच रहे हैं. रात के अंधेरे में जमा देने वाले ठंडे इलाकों से पैदल ही चलकर ये कई मील की दूरी तय कर रहे हैं, जिनकी कार या बस तक पहुंच है, वे उसमें बैठकर आग उगलती मिसाइलाें की रेंज से बाहर जा रहे हैं. यूक्रेन बॉर्डन पर मीलों लंबी कतारें लगी हुई हैं. फिलहाल यूक्रेन से पलायन का कुछ ऐसा ही नजारा है.
युनाइटेड नेशन रिफ्यूजी एजेंसी ने इस पलायन के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि रूस के हमले की वजह से यूक्रेन (Ukraine) से अब तक लगभग 120,000 लोग पड़ोसी देशों में भाग गए हैं. इस संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही थी क्योंकि रूस के हमले से बचने के लिए लोग अपनी जान बचाकर भागने लगे. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी की स्पोक्सवूमन शाबिया मंटू ने कहा कि अब तक लगभग 116,000 नागरिक इंटरनेशनल बॉर्डर को पार कर चुके हैं. यह संख्या लगातार बदल रही है क्योंकि इसमें हर मिनट बढ़ोतरी हो रही है.
अधिकांश नागरिक पड़ोसी देशों पोलैंड, मोल्दोवा, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया जा रहे थे. इसके अलावा रूसी सेना के यूक्रेन में प्रवेश करने के बाद कुछ नागरिकों ने बेलारुस का रुख भी किया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक यूक्रेन के सबसे ज्यादा नागरिक पोलैंड गए हैं. बता दें कि पोलैंड में 2 मिलियन यूक्रेनी नागरिक हाल के वर्षों में काम करने के उद्देश्य से बसे हुए हैं. 2014 में रूस द्वारा यूक्रेन में हुई पहली घुसपैठ के बाद अवसरों की तलाश में भारी संख्या में यूक्रेनी नागरिक पोलैंड गए. इनमें से कइयों से मूल यूक्रेनियों के रिश्ते, परिचय हैं. पोलैंड के अपने इन्हींं संबंधियों के पास जाने की सबसे ज्यादा भागमभाग मची हुई है.है.
यूक्रेन से बेघरबार होकर पलायन करने वाले इन लोगों का पड़ोसी देश भी पूरा सहयोग कर रहे हैं. पोलैंड, स्लोवाकिया, रोमानिया व हंगरी में इसके लिए स्वागत केंद्र बनाए हैं, जिन पर यूक्रेन से आने वालो के रिलेटिव्स और दोस्त उनके स्वागत के लिए बैठे हैं. यह भी आश्चर्य का विषय है कि यू्क्रेन के पड़ोसी ये देश पिछले कई सालों से शरणार्थियों के अपने यहां आने से मना करते आये हैं, पर इस समय मानव धर्म का पालन करते हुए ये अपने यहां आने वाले यूक्रेन वासियों को खुले दिल से स्वीकार कर रहे हैं.
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