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अमेरिकी (USA) के ओहियो में एक 24 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली लगने से मौत हो गई है. पुलिस के मुताबिक आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) का यह 24 वर्षीय छात्र अमेरिका में अपनी मास्टर डिग्री कर रहा था. उसकी एक गैस स्टेशन पर बंदूक की गोली लगने से मौत हो गई, जहां वह काम कर रहा था.
पुलिस ने एक प्रेस नोट में बताया है कि, "20 अप्रैल, 2023 को 2:50 बजे, कोलंबस पुलिस अधिकारियों को डब्ल्यू. ब्रॉड सेंट के 1000 ब्लॉक में एक कथित शूटिंग की रिपोर्ट के मिली थी. वहां पहुंचने पर अधिकारियों ने देखा कि एक वयस्क पुरुष को गली लगी है. जिसकी, पहचान साईश वीरा के रूप में की गई."
अधिकारियों ने कहा कि जहां इस घटना की जांच की जा रही है. वहीं, 24 वर्षीय लड़के के परिजनों को इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है. संदिग्ध की एक तस्वीर भी जारी की गई, जो फिलहाल फरार है.
उनके दोस्त रोहित यालमंचिली वीरा के शव को उसके देश वापस लाने के लिए एक ऑनलाइन फंड रेजर वाले कार्यक्रम पर जोर दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि मृतक मास्टर डिग्री कर रहा था और उसे H1B वीजा योजना के तहत सिर्फ 10 दिन बाद ग्रेजुएशन के लिए चुना गया था.
यालमंचिली ने कहा कि वीरा कुछ सालों में गैस स्टेशन पर क्लर्क के रूप में अपना काम छोड़ने जा रहा था, और 2021 में अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने परिवार के जीवन को बेहतर बनाने की आकांक्षाओं के साथ अमेरिका चला गया.
उनके निधन के बाद साईश के रूममेट वेंकट नेरुसु ने उन्हें एक भावुक क्रिकेटर के रूप में याद किया, जो आईटी क्षेत्र में काम करना चाहते थे. ABC6News की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साईश के दोस्तों ने गोली लगने से कुछ घंटे पहले उनके साथ क्रिकेट खेला था.
उनके निधन के बाद, साईश के रूममेट वेंकट नेउरुसु ने SBC6News से बात की और साईश को एक भावुक क्रिकेटर के रूप में याद किया, जो आईटी क्षेत्र में काम करने के इच्छुक थे.
एक अन्य रूममेट और क्रिकेट टीम के साथी पुनीत रघुपदी ने ABC6News को बताया कि गैस स्टेशन पर रात भर की शिफ्ट में काम करने के खतरे के बारे में साईश के साथ उनकी बातचीत हुई थी.
साईश के रूममेट और क्रिकेट टीम के साथी पुनीत रघुपधी ने ABC6News को बताया कि उसने साईश को गैस स्टेशन में रात भर काम करने के खतरे के बारे में चेतावनी दी थी.
पुनीथ ने कहा, "उसने मुझे इसे बंद करने का वादा किया था, और उसने अपने गैस स्टेशन के मालिक को पहले ही बता दिया था कि मैं दो सप्ताह में इस काम को बंद करने जा रहा हूं. लेकिन, तब तक बहुत देर हो चुकी थी.”
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