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भारत शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की पहली मंत्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत ने पहले ही सभी सदस्यों को निमंत्रण भेज दिया है. हालांकि, इसमें पाकिस्तान के शामिल होने के लेकर अभी तक संशय बना हुआ है.
भारत की अध्यक्षता में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में भारत एससीओ रक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA), आंतरिक और पर्यावरण मंत्रियों के लिए बैठकें आयोजित करेगा. इसके तहत 14 मार्च से ऊर्जा मंत्रियों की बैठक, अप्रैल में परिवहन, संस्कृति, रक्षा मंत्री की बैठक, मई में गोवा में विदेश मंत्री की बैठक और 25 जून को दिल्ली में शिखर सम्मेलन आयोजित करेगा.
मई में आयोजित होने वाली इस बैठक में शामिल होने के लेकर पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि उसने अभी तक शामिल होने का फैसला नहीं किया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "इस स्तर पर हमारे पास अंतिम निर्णय नहीं हैं. जब ये निर्णय लिए जाएंगे तो हम बता देंगे."
भारत ने गोवा में 4-5 मई को होने वाली SCO की बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री को आमंत्रित किया है.
SCO की स्थापना 26 अप्रैल, 1996 को हुई थी. इसकी स्थापना सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ की गई थी. संगठन के सदस्यों में रूस, भारत, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं. एससीओ यूरेशियाई भूमि का 60% से अधिक, विश्व जनसंख्या का 40% और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 30% कवर करता है.
बता दें कि एससीओ परिषद की बैठक हर साल आयोजित की जाती है. भारत आठ देशों के एससीओ का वर्तमान अध्यक्ष है.
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