उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन (SCO Summit 2022) में आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भाग लिया. जहां एक तरफ पीएम मोदी ने पाकिस्तानी PM की मौजूदगी में कहा कि SCO के सदस्य देशों को पारगमन/ट्रांजिट के अधिकार देने चाहिए और कनेक्टिविटी में सुधार करना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठक भी की. हालांकि पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अभी तक कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई है.
SCO Summit: "बाजरे की खेती-उपभोग से सुनिश्चित हो सकेगी खाद्य सुरक्षा"- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने SCO शिखर सम्मलेन में कहा कि भारत पूरे विश्व में मैनुफैक्च रिंग हब के लिए जाना जाएगा. भारत के युवा और प्रतिभाशाली लोग हमें स्वाभाविक रूप से कम्प्टेटिव बनाते है. इस वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5 प्रतिशत वृद्धि की आशा है.
"आज जब पूरा विश्व महामारी के बाद आर्थिक रिकवरी की चुनौतियों का सामना कर रहा है, एसईओ के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं और विश्व की 40 प्रतिशत जनसंख्या भी एसईओ देशों में निवास करती है। भारत एसईओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है। महामारी और यूक्रेन के संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन्स में कई बाधाएं उत्पन्न हुईं, जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा एवं खाद्य संकट का सामना कर रहा है.. इसका एक संभावित समाधान है बाजरे की खेती और उसके उपभोग को बढ़ावा देना"
उन्होंने आगे कहा कि "SCO को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, रेसिलिएंट और डायवर्सिफायड सप्लाई चेन्स विकसित करने के लिए प्रयत्न करने चाहिए. इस वर्ष भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5 प्रतिशत वृद्धि की आशा है, जो विश्व की सबसे बड़ी इकोनॉमिज में से एक होगी. हम प्रत्येकसेक्टर में इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं. आज भारत में 70,000 से अधिक स्टार्ट अप्स हैं, जिनमें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं. हमारा यह अनुभव कई अन्य SCO सदस्यों के भी काम आ सकता है. हम SCO सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं."
SCO Summit: PM मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा-"यह युद्ध का समय नहीं है"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को SCO की 22वीं बैठक से इतर समरकंद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच चर्चा, द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित होने के अलावा, ऊर्जा सुरक्षा, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और उर्वरकों की उपलब्धता से उत्पन्न चुनौतियों के संदर्भ में भी केंद्रित थी.
पीएम मोदी और पुतिन के बीच यूक्रेन पर रूसी सेना के आक्रमण के बाद से अपनी पहली आमने-सामने बैठक थी. इस मौके पर पीएम मोदी ने पुतिन से कहा कि "मुझे पता है कि आज का समय युद्ध का समय नहीं है". राष्ट्रपति पुतिन ने भी पीएम मोदी से कहा कि वह यूक्रेन में संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करना चाहते हैं और समझते हैं कि भारत की भी लड़ाई से जुड़ी चिंता है.
SCO Summit: ईरान, उज्बेकिस्तान और तुर्की के राष्ट्रपति के साथ भी पीएम मोदी ने की अलग-अलग बैठक
दूसरी तरफ पीएम मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव और तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठक भी की.
SCO Summit: उज्बेकिस्तान ने भारत को सौंपी अगले शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता
इस बीच उज्बेकिस्तान ने शुक्रवार को 8 सदस्यों वाली SCO के अगले शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता भारत को सौंप दी. उज्बेकिस्तान विदेश मंत्री व्लादिमीर नोरोव ने ट्विटर पर लिखा कि "SCO समरकंद शिखर सम्मलेन के साथ ही , भारत 2023 में संगठन के अध्यक्ष के रूप में अगले SCO शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. हम इस जिम्मेदार मिशन को लागू करने में अपने रणनीतिक साझेदार भारत की सहायता करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे. ”
खबर लिखे जाने तक पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अभी तक कोई द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हुई थी. जबकि दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दोनों से SCO समिट से अलग द्विपक्षीय वार्ता की है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)