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सिंगापुर में एचआईवी से संक्रमित 14,200 लोगों के गोपनीय आंकड़े चोरी कर लिए गए हैं. आंकड़ों के चोरी होने के बाद इन्हें ऑनलाइन लीक कर दिया गया है. कुछ महीनों के अंदर डेटा सेफ्टी के नियमों के उल्लंघन की यह दूसरी बड़ी घटना है, जिनमें ज्यादातर विदेशी लोग शामिल हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि संदेह है कि कई अपराधों में दोषी साबित हो चुके एक अमेरिकी नागिरक ने अपने पार्टनर की मदद से यह सूचनाएं जुटाकर उसे लीक कर दिया. उसका दोस्त एक सिंगापुर में डॉक्टर है, जिसकी पहुंच एचआईवी रजिस्ट्री तक थी.
इससे पहले जून-जुलाई में प्रधानमंत्री ली सीन लूंग समेत 15 लाख सिंगापुर निवासियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड, किसी देश के प्रायोजित हमले में चोरी किए गए थे. यह देश का अब तक सबसे बड़ा डाटा लीक था.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जनवरी, 2013 तक जिन 14,200 लोगों के एचआईवी के गिरफ्त में आने की पुष्टि हुई थी, उनकी गोपनीय सूचना एक अनिधकृत व्यक्ति के पास है. मंत्रालय ने कहा:
मंत्रालय ने कहा कि इस सूचना तक पहुंच पर रोक लगा दी गई है, लेकिन यह अब भी उस व्यक्ति के पास है, जिसने इसे लीक किया और इसे फिर सामने लाया जा सकता है. उनमें जनवरी, 2013 तक एचआईवी से प्रभावित 5,400 सिंगापुरवासी और दिसंबर, 2011 तक एचआईवी से प्रभावित 8,800 विदेशी हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय को पिछले हफ्ते पुलिस ने बताया था कि ऐसा लगता है कि एचआईवी रजिस्ट्री की गोपनीय सूचनाएं लीक हो गई. मंत्रालय के मुताबिक, मिखी के फरेरा ब्रोचेज के पास ये सूचनाएं हैं. वह 2008-16 के दौरान सिंगापुर में रहता था.
मंत्रालय के अनुसार फरेरा ब्रोचेज का एक पार्टनर मार्च 2012 से मई 2013 तक मंत्रालय की राष्ट्रीय जन-स्वास्थ्य इकाई का अगुवा था और उसके पास गोपनीय सूचनाएं होती थी.
(इनपुट: भाषा)
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