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संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और उसके सहयोगियों ने रूस के आक्रमण से बचने के लिए अपने नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है. मॉस्को ने पश्चिमी देशों पर अपने ध्यान भटकाने के लिए झूठ फैलाने का आरोप लगाया.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने यूक्रेन बॉर्डर पर एक लाख से अधिक सैनिकों को इकट्ठा किया है, लेकिन आक्रमण करने की योजना से उसका इनकार है.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि रूस 20 फरवरी को विंटर ओलंपिक के खत्म होने से पहले आक्रमण कर सकता है और राजधानी कीव और अन्य शहरों पर कब्जा करने की कोशिश कर सकता है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अगर अमेरिकी नागरिक यूक्रेन में रहते हैं, तो सैन्य निकासी की उम्मीद नहीं की जा सकती है. नागरिकों को 48 घंटे के अंदर देश छोड़ देना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि अगर यूक्रेन पर रूस हमला करता है, तो इस दौरान हवाई बमबारी और मिसाइल हमलों की उम्मीद है. नागरिकों को उनकी राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना मारा जा सकता हैं.
इजराइल ने कहा कि वह एंबेसी स्टाफ के रिश्तेदारों को निकाल रहा है.
व्हाइट हाउस में दिए गए सुलिवन के बयान के बाद, रूस के डिप्टी यूएन एंबेस्डर दिमित्री पोलांस्की उनके द्वारा कही गई बातों का मजाक उड़ाते हुए दिखाई दिए.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कुछ लोग उम्मीद कर रहे थे कि यूएस-फैन्ड हिस्टीरिया कम हो रहा है. हो सकता है कि उन्होंने इस पर एक विडंबना जैसी बात कही हो क्योंकि डराने वालों को दूसरी हवा मिल गई है. हमारे सैनिक अभी भी हमारे क्षेत्र में हैं और मुझे आश्चर्य है कि क्या अमेरिका यूक्रेन पर ही आक्रमण करेगा.
यूरोपीय यूनियन और NATO ने इस हफ्ते रूस को अपने सदस्य राज्यों की ओर से एक संयुक्त जवाब दिया क्योंकि डिप्लोमेटिक प्रयास संकट और बढ़ाने की कोशिश जारी रखते हैं.
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