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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी जंग के बारहवें दिन आज 07 मार्च को यूक्रेन ने रूस द्वारा प्रस्तावित मानवीय कॉरिडोर (Humanitarian corridors) के जरिए नागरिकों को निकालने से मना कर दिया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि यह कॉरिडोर रूस और बेलारूस की ओर खुल रहे थे.
यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार 07 मार्च को यूक्रेन से नागरिकों को रूस और बेलारूस में निकालने के रूसी प्रस्ताव को खारिज करने का दावा किया. यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने एक ब्रीफिंग में कहा, "मानवीय गलियारों को खोलने के लिए यह एक अस्वीकार्य विकल्प है."
रूसी प्रस्ताव के अनुसार, कीव और उसके उपनगरों से भागने वाले नागरिकों के लिए एकमात्र विकल्प पड़ोसी बेलारूस में गोमेल जाना होगा. पूर्वी यूक्रेन में खार्किव और सूमी में नागरिकों को रूसी शहर बेलगोरोड में जाना होगा. बेलारूस रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक प्रमुख सहयोगी है और बेलारूस आक्रमण के लिए एक लॉन्चिंग ग्राउंड के रूप में काम करता है.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि नए "कॉरिडोर" सुबह 10 बजे मॉस्को समय (0700 GMT) राजधानी कीव और पूर्वी शहरों खार्किव और सुमी के साथ-साथ मारियुपोल से खोले जाएंगे.
आरआईए समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित मैप के अनुसार कीव से यह कॉरिडोर बेलारूस की ओर जाएगा, जबकि खार्किव के नागरिकों को केवल रूस जाने की अनुमति होगी. मंत्रालय ने कहा कि रूस यूक्रेनियन को कीव से रूस ले जाने के लिए एक एयरलिफ्ट भी लगाएगा.
रूस जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाने से इनकार करता रहा है. रूस का कहना है कि, यह 24 फरवरी को शुरू किए गए अभियान को यूक्रेन को निरस्त करने और नए-नाज़ियों को हटाने वाले नेताओं को हटाने के लिए एक "विशेष सैन्य अभियान" है.
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