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मंगल ग्रह पर पहली बार बेहद बड़े आकार वाली पानी की झील खोजी गई है. मंगल की सतह के नीचे इस झील की मौजूदगी का पता चला है. इससे वहां ज्यादा पानी और यहां तक कि जीवन की मौजूदगी की संभावनाएं पैदा हो गयी हैं. अमेरिकी पत्रिका ‘साइंस' में प्रकाशित एक स्टडी में शोधकर्ताओं ने कहा है कि मंगल ग्रह पर ‘मार्सियन’ हिम खण्ड के करीब डेढ़ किलोमीटर नीचे मौजूद ये झील 20 किलोमीटर चौड़ी है. यह मंगल ग्रह पर पाया गया अब तक का सबसे बड़ा पानी का स्त्रोत है.
ऑस्ट्रेलिया के स्विनबर्न यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर एलन डफी ने इसे शानदार उपलब्धि करार देते हुए कहा कि इससे जीवन के अनुकूल परिस्थितियों की संभावनाएं खुल गई हैं.
मंगल पर ये नई खोज 'मार्सिस' की मदद से मुमकिन हो सकी है. मार्सिस 'मार्स एक्सप्रेस ऑर्बिटर' स्पेसक्राफ्ट पर मौजूद एक रडार है. इस रडार का उपयोग करके वैज्ञानिकों ने बुधवार को जो देखा, वो मंगल के दक्षिणी ध्रुवीय मैदान पर बर्फ के नीचे एक बड़ी नमक वाली झील जैसा लगा. इसमें माइक्रोबियल जीवन की संभावना है. ये झील लगभग 12 मील यानी 20 किलोमीटर चौड़ी है. इसका आकार एक गोलाकार त्रिभुज की तरह है और यह बर्फ की सतह के करीब डेढ़ किलोमीटर नीचे मौजूद है. ऐसा पहली बार है जब मंगल ग्रह पर पानी का भंडार मिला है.
क्या पृथ्वी के अलावा भी कहीं जीवन मौजूद है? ये वो सवाल है, जिसका जवाब जानने के लिए इंसान और विज्ञान हमेशा से कोशिश करता रहा है. हालांकि अभी तक मंगल पर जीवन के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन जीवन को पनपने के लिए पानी सबसे पहली और अहम चीज मानी जाती है. ऐसे में इस नई खोज से मंगल पर जीवन की संभावनाएं काफी बढ़ गई हैं.
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