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अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद एक बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें करीब 100 लोगों के साथ 13 अमेरिकी जवान भी मारे गए. अब अमेरिका आतंकियों से इसका बदला ले रहा है. लेकिन एक ड्रोन हमले को लेकर अमेरिका अब फिर से आलोचनाओं से घिर गया है. यूएस मिलिट्री ने 30 अगस्त को आतंकियों पर एक ड्रोन स्ट्राइक की, लेकिन बताया गया कि इसमें 10 निर्दोष लोगों की जान गई, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं. अब अमेरिका की तरफ से इन हमलों को लेकर सफाई दी गई है.
अमेरिकी सेना के मेजर जनरल विलियम हैंक टेलर ने ये साफ कर दिया है कि, अफगानिस्तान में यूएस का मिलिट्री ऑपरेशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि, हमारा पहला फोकस उन जवानों की सुरक्षा पर है, जो अब तक काबुल में मौजूद हैं. रविवार को अमेरिकी मिलिट्री ने एक वाहन पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें ISIS-K से संबंधित लोग थे.
इसके अलावा काबुल एयरपोर्ट पर रॉकेट से हुए हमलों को लेकर टेलर ने कहा कि, हमने काबुल एयरपोर्ट के पास सेल्फ डिफेंस स्ट्राइक में टारगेट को सफतापूर्वक हिट किया. इसके अलावा हमने जिस वाहन को सेल्फ डिफेंस में टारगेट किया, उसमें हुए धमाके से ये पता चलता है कि वो विस्फोटकों से भरा हुआ था.
बता दें कि पेंटागन ने काबुल एयरपोर्ट जैसे ही दूसरे बड़े हमले का अलर्ट जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि आतंकवादी एक बार फिर किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. अमेरिका की तरफ से बताया गया है कि ऐसी सभी खुफिया जानकारी पूरी तरह सच पर आधारित है.
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