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अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी (US Speaker Nancy Pelosi) ताइवान की यात्रा के बाद जापान पहुंच गई हैं. टोक्यो (Tokyo) से उन्होंने ताइवान (Taiwan) के मुद्दे पर चीन (China) को कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि चीन ताइवान को अलग-थलग करना चाहता है. लेकिन हम इसकी अनुमति नहीं देते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे ताइवान की यात्रा करने से चीन नहीं रोक सकता है. वह मेरी यात्रा का कार्यक्रम नहीं तय कर सकता.
अमेरिकी स्पीकर पेलोसी ने कहा कि चीन ने मेरे ताइवान दौरे को एक बहाने के रूप में इस्तेमाल किया और हमले शुरू किए. उन्होंने कहा, यहां हमारा प्रतिनिधित्व ताइवान के एशिया में यथास्थिति को बदलने के लिए नहीं है. यह ताइवान संबंध अधिनियम, US-चीन नीति, सभी कानूनों और समझौतों के बारे में है. हम चाहते हैं कि ताइवान स्ट्रेट में स्थापित शांति कायम रहे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि,
अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच चीन-ताइवान को लेकर चर्चा हुई. जापानी प्रधानमंत्री किशिदा ने कहा कि ताइवान की ओर चीन का लक्षित सैन्य अभ्यास एक ‘गंभीर समस्या’ के रूप में है, जिससे क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा है.
किशिदा ने अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी और कांग्रेस के उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ सुबह के नाश्ते के बाद कहा कि मिसाइल प्रक्षेपणों को ‘तुरंत रोके’ जाने की आवश्यकता है.
अमेरिकी स्पीकर के ताइवान दौरे से बौखलाए चीन ने मिलिट्री ड्रिल शुरू कर दी है. गुरुवार को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने ताइवान के ईदगिर्द 6 इलाकों में सैन्य अभ्यास शुरू किया. चीन के 100 से अधिक फाइटर जेट्स ने ताइवान के उत्तरी, दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी एयरस्पेस में उड़ान भरी.
इससे पहले, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि PLA ने उनके उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिमी तट के पास 11 डोंगफेंग बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं. वहीं, चीन की ओर से दागी गई 5 बैलिस्टिक मिसाइलें जापान के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) में गिरी हैं. जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने बताया कि डिप्लोमैटिक चैनल के जरिए इस घटना का विरोध दर्ज कराया गया है.
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