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अमेरिका में भले ही राष्ट्रपति ट्रंप चुनाव हार जाने के बाद भी अभी तक अपनी हार न स्वीकार पा रहे हों लेकिन चुनावी नतीजों के मुताबिक जो बाइडेन और कमला हैरिस की जोड़ी ही अब अमेरिका का नेतृत्व करने वाले हैं. लेकिन एक और बदलाव इस चुनाव के बाद देखने को मिला है और वो ये कि अब व्हाइट हाउस पहुंचने वाले और राष्ट्रपति बनने वाले जो बाइडेन की पत्नी अपनी शिक्षिका की नौकरी जारी रखेंगी और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पति डगलस एमहॉफ अपनी हाईप्रोफाइल नौकरी छोड़ने वाले हैं ताकि वो अपनी पत्नी कमला हैरिस को उनकी जॉब में मदद कर सकें.
56 वर्षीय डगलस एमहॉफ का जन्म ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क में हुआ था. 1990 में (University of Southern California Gould school of Law) से पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद वो एंटरटेनमेंट लॉयर के तौर पर प्रैक्टिस करने लगे. ग्रेजुएशन के समय से ही उन्होंने कई केसेज पर काम किया है. उनमें से एक (Taco Bell chihuahua lawsuit) भी है.
ट्विटर पर डगलस एमहॉफ अपना परिचय लिखते हैं-
"पिता, कमला हैरिस का जीवनसाथी, वकील, न्याय और समानता का वकील"
कमला हैरिस और डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत के बाद उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी कमला के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया था.- "मुझे तुम पर गर्व है"
इलेक्शन के दौरान फंड रेज करना हो या कोई कैंपेन, एमहॉफ ने कमला का हर कदम पर बखूबी साथ दिया. सीनेट से लेकर प्रेसिडेंशियल इलेक्शन 2020 की रेस तक वो कमला की हर मुमकिन मदद करते रहे.
वोटों की काउंटिंग के दौरान भी डगलस एमहॉफ अपनी पत्नी कमाला के साथ डट रहे उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए. कमला हैरिस और पूरी जो बाइडेन टीम पर गर्व जताया था.
कमला के पति डगलस एमहॉफ के पिछले कुछ इंस्टाग्राम पोस्ट से पता चलता है कि वो कमला हैरिस को चुनाव प्रचार में लगातार समर्थन करते रहे. चुनाव रैलियों से लेकर प्रचार की कई सारी तस्वीरें उन्होंने कमला के समर्थन में शेयर की हैं.
एमहॉफ LGBTQ प्रदर्शनो से लेकर ब्लैक लाइव्स मैटर तक के आंदोलनों को लेकर एक्टिव रहे हैं और अपने सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी तस्वीरें भी शेयर करते रहे हैं.
कमला उपराष्ट्रपति पद की शपथ जनवरी में लेने वाली हैं. इसके साथ ही डगलस एमहॉफ यूएस के पहले सेकेंड जेंटलमैन बन जाएंगे.
बता दें कि 55 साल की हैरिस भारतीय मां और जमैकाई पिता की बेटी हैं. वह अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित होने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी हैं. हैरिस ने 21 जनवरी, 2019 को 2020 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए अपनी खुद की उम्मीदवारी का ऐलान किया था. हालांकि, उन्होंने 3 दिसंबर को इस दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया और तब से वह बाइडेन की मुखर समर्थक हैं.
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