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BR Ambedkar Jayanti 2024: कोलंबिया से लंदन तक अंबेडकर कैसे बने 'बाबा साहेब'? Photos

बीआर आंबेडकर की 133वीं जन्म जयंती: बाबा साहब अंबेडकर का आज जन्मदिन है. वो अपने वक्त के सबसे शिक्षित लोगों में से एक थे.

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<div class="paragraphs"><p>BR Ambedkar Jayanti 2024: कोलंबिया से लंदन तक अंबेडकर कैसे बने 'बाबा साहेब'? Photos</p></div>
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BR Ambedkar Jayanti 2024: कोलंबिया से लंदन तक अंबेडकर कैसे बने 'बाबा साहेब'? Photos

Photo: London School of Economics 

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Ambedkar Jayanti: आज बाबा साहब की 133वीं जयंती है. 14 अप्रैल 1893 में जन्मे अंबेडकर ने भारतीय समाज में हो रहे भेदभाव को बेहद करीब से देखा और यहीं से उनके मन में इसे सुधारने की प्रबल इच्छा ने जन्म लिया. यही चाहत उन्हें कोलंबिया और लंदन ले गई. बाबा साहब अपने वक्त के सबसे ज्यादा शिक्षित लोगों में एक थे. आज हम बाबा साहब के जन्मदिन के मौके पर आपको उनके कोलंबिया और लंदन के उन दिनों की कुछ तस्वीरें दिखायेंगे जिन दिनों वो वहां पढ़ाई किया करते थे.

भारत का संविधान 74 साल का हो गया है. आज इसे लिखने वाले बाबा साहब अम्बेडकर का 134 वां जन्मदिन है. बाबा साहब ने संविधान 1949-50 में लिखा लेकिन हम आज उनके लंदन में पढ़ने वाले दिनों की तस्वीरें दिखा कर बताएंगे कि इस संविधान की नींव कैसे पड़ी.

Photo: Wikimedia Commons

बाबा साहेब ने 1916 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) में मास्टर्स करने के लिए दाखिला लिया. दाखिले के वक्त बाबा साहब के पास कोलंबिया यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में पहले से एक PhD थी. 1921 में उन्होंने LSE के डी.फिल. कोर्स में एडमिशन लिया और1923 में डी.फिल. की डिग्री प्राप्त की.

Photo: Velivada 

ये कोलंबिया यूनिवर्सिटी द्वारा LSE के एक प्रोफेसर एच. एस. फॉक्सवेल को भेजा गया रिकमेंडेशन लेटर है. इसमें कहा गया कि अम्बेडकर एक अच्छे विद्यार्थी हैं. इसलिए उन्हें LSE और एडिनबर्ग की शैक्षिक सुविधाएं दी जाएं.

Photo: London School of Economics 

कोलंबिया युनिवर्सिटी के प्रोफेसर के पत्र का जवाब देते हुए LSE के एच. एस. फॉक्सवेल ने लिखा कि वो पहले ही डाक्टरेट डिग्री होल्डर हैं, 'अब अम्बेडकर के जीतने के लिए कोई दुनिया बाकी नहीं रह गई है.'

Photo: London School of Economics 

रिकमेंडेशन पत्र के जवाब में एच. एस. फॉक्सवेल का पत्र.

Photo: London School of Economics 

1916 में LSE में एडमिशन के लिए अंबेडकर का एप्लिकेशन फॉर्म. 

Photo: London School of Economics 

LSE में बाबा साहेब अंबेडकर का अटेंडेंस रिकॉर्ड 

Photo: London School of Economics  

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LSE में एडमिशन के लिए 1920 में अंबेडकर का एप्लिकेशन फॉर्म 

Photo: London School of Economics 

यह LSE में ली गई एक तस्वीर है जिसमें अंबेडकर नजर आ रहे हैं. (बीच वाली पंक्ति में सबसे दाहिनी तरफ)

Photo: London School of Economics 

अंबेडकर द्वारा अपने डी.फिल. सुपरवाइजर के लिए साइन किया गया डेडिकेशन लेटर. लेटर में नीचे अंबेडकर का विषय लिखा है 'द प्रॉब्लम ऑफ द रुपी'.

Photo: London School of Economics 

LSE के रजिस्टर्ड स्टूडेंट लिस्ट में अंबेडकर का नाम.

Photo: London School of Economics 

ब्रिटेन की डॉ. अंबेडकर मेमोरियल कमिटी द्वारा 25 सितंबर 1973 में बाबा साहब अंबेडकर के एक पोट्रेट का अनावरण किया गया. ब्लैक कोट में सर वॉल्टर एडम्स, बीच में अंबेडकर मेमोरियल कमिटी के चेयरमैन डी आर जस्सेल, लंदन बुद्ध विहार के हेड वेन डॉ. एच सद्धतिस्सा. 

Photo: London School of Economics 

2016 में LSE एट्रियम की पुरानी इमारत में बीआर अंबेडकर की प्रतिमा.

Photo: London School of Economics 

तस्वीर अंबेडकर के घर की है. जहां LSE में एडमिशन के दौरान वो रहा करते थे.

Photo: London School of Economics 

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