छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव (NTDF) 1 नवंबर 2022 को से शुरू हो गया है. यह छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित एक 3 दिवसीय उत्सव है जो आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन करेगा और इसका जश्न मनाएगा. छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस (Chhattisgarh foundation Day) के मौके पर इसका आयोजन किया जा रहा है.

3 दिनों में 1,500 से ज्यादा देशी विदेशी कलाकारों के अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा लेने की उम्मीद है. राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में 28 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 10 देशों के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इसकी कुछ खुबसूरत तस्वीरें हम आपको दिखाते हैं.

राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में अपने नृत्य का प्रदर्शन करते टोगो रिपब्लिक के कलाकार. टोगो आधिकारिक तौर पर तोगोली गणराज्य है जो पश्चिम अफ्रीका का एक देश है. इसकी सीमा पश्चिम में घाना, पूर्व में बेनिन और उत्तर में बुर्किना फासो से लगती है.

(फोटो- क्विंट द्वारा अर्रेंज किया गया)

राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में अपनी पारंपरिक वेशभूषा में प्रदर्शन दिखाता एक मंगोली कलाकार.

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छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में मिजोरम की पारंपरिक वेशभूषा में अपनी कला का प्रदर्शन करते मिजोरम के कलाकार.

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छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में अपनी पारंपरिक वेशभूषा में ट्राइबल डांस की प्रस्तुति देते असम के कलाकार.

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प्रत्येक संस्कृति की अपनी नृत्य शैली होती है और ये शैलियां समय के साथ विकसित होती हैं. संस्कृति और विभिन्न साधनों को संरक्षित करना महत्वपूर्ण है जिसके माध्यम से संस्कृति को पोषित किया जाता है. एनटीडीएफ कला को अपनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की यह एक ऐसी पहल है.

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विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय समूह, युगांडा, उजबेकिस्तान, फिलिस्तीन, नाइजीरिया, श्रीलंका और अन्य देशों से एनटीडीएफ के पिछले संस्करणों का हिस्सा रहे हैं. यह छत्तीसगढ़ में आयोजित होने वाला तीसरा जनजातीय नृत्य महोत्सव है.

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छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में अपने राज्य का प्रतिनिधत्व करने मंच की तरफ जाते अरुणाचल प्रदेश के कलाकार.

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छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते पंजाब के कलाकार.

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छत्तीसगढ़ के रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में पारंपरिक वेशभूषा में अपनी कला की प्रस्तुति देते सर्बिया के कलाकार.

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इस मौके पर विभिन्न सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे जहां आदिवासी विकास पर चर्चा को बढ़ावा दिया जाएगा. यह महोत्सव न केवल राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने का एक मंच है बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा.

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राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में नृत्य की प्रस्तुति देता विदेशी कलाकारों का एक ग्रुप.

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विविधता का जश्न मनाने और विभिन्न संस्कृतियों को एक जीवंत लेन पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने यह पहल की है.

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भारत समेत मोजाम्बिक, मंगोलिया, टोंगो, रूस, इंडोनेशिया और मालदीव सहित कुछ देशों के जनजातीय नृत्य समूह रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं.

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इस आयोजन में लगभग 1,500 आदिवासी कलाकार भाग लेंगे, जिनमें से 1,400 भारत के और बाकी 100 अन्य देशों से होंगे.

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इस महोत्सव में दो श्रेणियों में प्रतियोगिताएं होंगी और विजेताओं को ₹20 लाख के पुरस्कार वितरित किए जाएंगे. प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को क्रमश: ₹5 लाख, ₹3 लाख एवं ₹2 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.

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