Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Cyclone Remal: बदला आकाश का मंजर.. पश्चिम बंगाल के तट से जल्द टकराएगा चक्रवात| Photos

Cyclone Remal: बदला आकाश का मंजर.. पश्चिम बंगाल के तट से जल्द टकराएगा चक्रवात| Photos

Remal Cyclone: चक्रवात रेमल के 26 और 27 मई की मध्यरात्रि को पश्चिम बंगाल के तट को पार करने की आशंका है.

क्विंट हिंदी
तस्वीरें
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<div class="paragraphs"><p>पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा चक्रवात तूफान रेमल, तस्वीरों में देखें बचाव की तैयारी</p></div>
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पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा चक्रवात तूफान रेमल, तस्वीरों में देखें बचाव की तैयारी

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात रेमल (Cyclone Remal) "गंभीर" चक्रवाती तूफान का रूप ले रहा है. IMD के वैज्ञानिक सोमनाथ दत्ता के मुताबिक पिछले 6 घंटों में रेमल 13 किमी/घंटा की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी में उत्तर की ओर बढ़ रहा है. इस वजह से करीब 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. तस्वीरों में देखिए सरकार किस तरह से तैयारी कर रही है और क्या एहतियात बरत रही है?

बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात रेमल "गंभीर" चक्रवाती तूफान का रूप ले रहा है. IMD के वैज्ञानिक सोमनाथ दत्ता के मुताबिक पिछले 6 घंटों में रेमल 13 किमी/घंटा की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी में उत्तर की ओर बढ़ रहा है. इस वजह से करीब 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.


(फोटो- पीटीआई)

चक्रवात रेमल के 26 और 27 मई की मध्यरात्रि को पश्चिम बंगाल के तट को पार करने की आशंका है. इसको देखते हुए भारतीय नौसेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के लिए अपनी तैयारी कर ली है.

(फोटो- पीटीआई)

नौसेना की तैयारी के अंतर्गत दो जहाजों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैयार रखा गया है. सी किंग और चेतक हेलीकॉप्टर्स, डोर्नियर विमानों, गोताखोर टीम और बाढ़ राहत टीम भी तैयार रखी गई है. नौसेना की राहत और बचाव कार्रवाई मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करते हुए शुरू की गई है.

(फोटो- पीटीआई)

पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में चक्रवात रेमल के पहुंचने से पहले समुद्र तट पर डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स के जवान तैनात हैं.

(फोटो- पीटीआई)

पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा समुद्र तट पर डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स के जवानों ने चक्रवात रेमल के मद्देनजर लोगों से तट से दूर जाने का को कहा.

(फोटो- पीटीआई)

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रेमल का असर पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर, सुंदरबन, त्रिपुरा और ओडिशा में समंदर किनारे बसे जिलों ज्यादा रहेगा. इसलिए NDRF की टीमें इन इलाकों में रहने वालों और टूरिस्ट को सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं.

(फोटो- पीटीआई)

मौसम विभाग के मुताबिक रेमल के लैंडफॉल के वक्त बंगाल की खाड़ी में करीब 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, इससे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में पानी भर जाने की आशंका है. मौसम कार्यालय ने मछुआरों को उत्तर में समुद्र में न जाने की सलाह दी है.​​​​​​​

(फोटो- पीटीआई)

दक्षिण 24 परगना जिले में चक्रवात रेमल के पहुंचने से पहले बारिश के बीच लोग अपना सामान समुद्र तट से दूर ले जा रहे हैं.

(फोटो- पीटीआई)

दक्षिण 24 परगना जिले में चक्रवात रेमल के पहुंचने से पहले, बारिश के बीच सड़क पर यात्री.

(फोटो- पीटीआई)

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