साहित्य, अदब और किताबों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए दिल्ली विश्व पुस्तक मेले (Delhi World Book Fair) की शुरुआत हो चुकी है. राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान (Pragati Maidan) में पुस्तक मेला आयोजित किया गया है, जिसमें भारत के तमाम प्रकाशनों के अलावा दुनिया के भी पब्लिकेशन अपनी किताबों की स्टॉल लगाए हुए हैं. मेले में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू के अलावा कई और जुबानों की किताबें खरीदी जा सकती हैं. खास बात ये है कि यहां पर बच्चों से संबंधित किताबें भी मिल रही हैं. मेले में जाने पर ऐसा लगता है कि हम ऐसी दुनिया में आ गए हैं, जहां सिर्फ किताबें ही किताबें हैं. हर तरफ साहित्य और अदब की ही फिजा सजी दिख रही है. देखिए पुस्तक मेले की खूबसूरत तस्वीरें.

<div class="paragraphs"><p>(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)</p></div>

मेले में एक ऐसी वॉल बनाई गई हैं, जिसमें हिंदुस्तान की आजादी की जंग में शामिल सेनानियों को याद किया गया है और उनसे जुड़ी यादें संजोई गई हैं. इसके साथ न्यूजपेपर की कुछ कटिंग भी लगाई हैं, जिसमें उनकी फोटोज लगी हुई है. इस कलेक्शन को "एक सफर जिसको हिंदुस्तान कहते हैं" नाम दिया गया है.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

इस तस्वीर में राजकमल प्रकाशन के स्टॉल पर लगी किताबों का कलेक्शन नजर आ रहा है, जिसमें रामचंद्र गुहा द्वारा लिखी किताबें "भारत गांधी के बाद" और "भारत नेहरू के बाद" भी शामिल है. ये ऐसी किताबें हैं, जो पाठकों में काफी लोकप्रिय हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

राजकमल प्रकाशन समूह का स्टॉल, जिसे पब्लिकेश ने 'जलसाघर' नाम दिया है. स्टॉल पर साहित्य से जुड़ी हर विधा की किताबें उपलब्ध हैं, जिनको पाठक खरीद रहे हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

मेले के एक हिस्से की वॉल पर बनी तस्वीर और उसके साथ की गई क्रिएटिविटी, जो हिंदुस्तान में भाषा की विविधता को दर्शाती है. एक ही फ्रेम में कई भाषाओं में कथन लिखे गए हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

राजकमल प्रकाशन समूह के स्टॉल जलसाघर में किताबें देखते और खरीदते लोग. 

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

पुस्तक मेले में भारत सरकार द्वारा आयोजित की गई मुहिम "आजादी का अमृत महोत्सव" की एक झलक

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लगी किताबों की स्टॉल के बीच  हिंदुस्तान के स्वतंत्रता सेनानियों की वॉल और उसके आस-पास टहलते लोग.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले की एक वॉल पर भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी याद किया गया है. इसके अलावा उनके कथनों को भी लिखा गया है. इस वॉल गांधी जी के द्वारा निकाले गए अखबार 'यंग इंडिया' की एक प्रति भी लगाई गई है.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लगी किताबों की स्टॉल

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लगी किताबों की स्टॉल

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में G20 का Logo, जो वसुधैव कुटुंबकम की याद दिला रहा है, जिसका मतलब है- सारी दुनिया हमारा घर है.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में किंगडम ऑफ सऊदी अरब (Kingdom of Saudi Arabia) का पब्लिकेशन भी अपनी स्टॉल लगाए हुए हैं, जिस पर उर्दू, अरबी भाषा और इस्लामिक किताबें खरीदी जा सकती हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में दिल्ली उर्दू अकादमी की स्टॉल, जहां उर्दू अदब से जुड़ी किताबें मिल रही हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में हर तरह की किताबें मौजूद हैं. तस्वीर में अमेरिकी लेखक जॉन होल्ट के द्वारा लिखी किताब 'बच्चे असफल कैसे होते हैं' की झलक दिख रही है.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

विश्व पुस्तक मेले में इस्लाम धर्म की पवित्र पुस्तक कुरआन शरीफ की प्रतियां भी मिल रही हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में हिंदी में क्षमाशंकर पाण्डेय द्वारा लिखी किताब 'गांधी का देश' के साथ कई किताबों का कलेक्शन

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में किताबघर प्रकाशन की स्टॉल पर किताबें खरीदते पाठक

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लगी स्टॉल पर मिल रही पुस्तकों को निहारते पाठक

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में उर्दू की किताबें हिंदी हस्तलिपि में लिखी किताबें भी मौजूद हैं.

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में लगी स्टॉल पर किताबें खरीदते साहित्यप्रेमी

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में स्टॉल पर सजी किताबों का खूबसूरत संगम

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में Muslim Council of Elders की स्टॉल 

(फोटो- मोहम्मद साकिब/क्विंट हिंदी)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT