Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पतंग, चश्मा और टूथपेस्ट: शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस से बचने के लिए किसानों का 'जुगाड़'| Photos

पतंग, चश्मा और टूथपेस्ट: शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस से बचने के लिए किसानों का 'जुगाड़'| Photos

Farmers Protest 2024: किसानों का कहना है, "सरकार अपने पास उपलब्ध सभी आंसू गैस छोड़ ले, लेकिन हमें इस रास्ते से कोई नहीं डिगा सकता."

विभु ग्रोवर
तस्वीरें
Published:
<div class="paragraphs"><p>पतंग, ग्लास और टूथपेस्ट का प्रयोग, आंसू गैस से बचने के लिए किसानों निकाला उपाय। Photos</p></div>
i

पतंग, ग्लास और टूथपेस्ट का प्रयोग, आंसू गैस से बचने के लिए किसानों निकाला उपाय। Photos

(फोटो: अरूप मिश्रा/द क्विंट)

advertisement

Farmer Protest 2024: हरियाणा और पंजाब (Haryana- Punjab) के किसानों का शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन के दौरान कई किसानों के आंसू गैस और पैलेट गन से घायल होने की कई खबरें सामने आई हैं. जिसके बाद किसान आंसू गैस के गोलों से होने वाले नुकसान का मुकाबला करने के लिए कई सरल लेकिन प्रभावी 'देशी तरीकों' का इस्तेमाल कर रहे हैं.

शंभू बॉर्डर पर किसानों की एक भीड़ को संबोधित करते हुए एक ने कहा, “यह विरोध अब केवल किसानों और सरकार के बीच की लड़ाई नहीं है. बल्कि यह देश के आम लोगों की कॉरपोरेट से लड़ाई है."

"वे अपने पास उपलब्ध सभी आंसू गैस छोड़ सकते हैं, लेकिन हमें इस रास्ते से कोई नहीं डिगा सकता. हमने दो साल पहले वापस लौटने की गलती की थी, लेकिन इस बार हम सभी मांगें पूरी होने के बाद ही जाएंगे. हमारे लिए दिल्ली कभी भी बहुत दूर नहीं रही है."

चलिए तस्वीरों के जरिए आपको बताते हैं कि किसान आंसू गैस आदि से बचने के लिए क्या- क्या देशी जुगाड़ लगा रहे हैं.

पंजाब के शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस छोड़ने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे ड्रोनों को गिराने के लिए किसान पतंगों का इस्तेमाल कर रहें हैं.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

पुलिस के साथ झड़प और आंसू गैस के धुएं से गुजरता एक किसान.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स को रोकने के लिए किसानों ने बैरिकेड्स के इंतेजाम किए हैं.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के असर को कम करने के लिए किसान अपनी आंखों पर टूथपेस्ट लगाते नजर आए.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

किसान आंसू गैस फेंकने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ड्रोन पर दूरबीन से नजर रख रहे हैं.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

शंभू बॉर्डर पर की जा रही आंसू गैस फायरिंग का मुकाबला करने के लिए किसान सुरक्षात्मक गियर का इस्तेमाल कर रहे हैं.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

आंसू गैस के गोले से घायल निहंग सिंह को किसान साथी मेडिकल कैंप में ले जाते हुए.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग की पहली लेयर को तोड़ने के बाद आंसू गैस के बादलों के बीच से गुजरते हुए.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

आंसू गैस के गोले को अपने झंडे की छड़ी से डिफ्यूज करने के बाद जश्न मनाता एक किसान.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

शंभू बॉर्डर पर पुलिस की झड़प में घायल किसान को मेडिकल कैंप में ले जाते हुए.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

आंसू गैस के प्रभाव से बचने के लिए विशेष प्रकार का ग्लास लगाए हुए एक किसान.

(फोटो: विभु ग्रोवर)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT