Tips For Improving Fertility Health: WHO की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में छह में से लगभग एक व्यक्ति बांझपन (infertility) से प्रभावित है. बीते सालों में दुनियाभर में बांझपन की दरों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है. फर्टिलिटी हेल्थ का ध्यान केवल महिला को ही नहीं, पुरुष को भी रखने की जरूरत है. अक्सर महिलाओं के एग हेल्थ, ओव्यूलेशन का समय और एग की गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है जबकि पुरुषों के स्पर्म हेल्थ पर नजर बनाए रखना भी उतना ही जरुरी है.

फिट हिंदी ने नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी की आइवीएफ विशेषज्ञ, डॉ. रत्‍ना सक्सेना से बात की और जाना फर्टिलिटी हेल्थ में सुधार के लिए लाइफस्टाइल में क्या बदलाव लाने चाहिए.

संतुलित आहार खाएं: पत्तेदार हरी सब्जियों, साबुत अनाज, दालों, फलों  और आयरन से भरपूर बैलेंस्‍ड डाइट का सेवन करें ताकि आपके शरीर को पोषण प्राप्त होता रहे. साथ ही बेहतर नींद के लिए समय पर सोए और जागें.

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हॉर्मोन संबंधी असामान्यताओं और जेनेटिक समस्याओं की पहचान करें: डायबिटीज, थाईरॉईड की समस्या, पीसीओएस, ऑटोइम्यून, जेनेटिक असामान्यताओं जैसी समस्याओं की पहचान करके उन्हें मैनेज करें. इससे प्रेगनेंसी की मुश्किलें दूर होंगी.

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सकारात्मक वातावरण: आपकी फर्टिलिटी पर आपके रिश्ते और घर के माहौल का काफी असर पड़ता है. कपल का फैमिली प्लानिंग/कन्सीव करने के दौरान स्ट्रेस फ्री रहना बहुत जरुरी है. नेगेटिव सोच को मन से निकालने का प्रयास करें. खुद को खुश रखें. अपनी पसंद की चीजें करें. पॉजिटिव माहौल में रहें.

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एक्‍सरसाइज : पैरेंट बनने के प्रयास में शारीरिक तंदुरुस्ती भी महत्वपूर्ण है. कपल की फर्टिलिटी यात्रा में एक्सरसाइज यानी कसरत की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. अपनी गर्भावस्था के दौरान सामान्य ब्लड फ्लो बनाए रखने के लिए 30 मिनट तक तेज चलना भी एक शानदार तरीका है. साथ ही, यह ध्यान रखना भी जरुरी है कि बहुत ज्यादा तेज और कठिन एक्‍सरसाइज करने से फर्टिलिटी/प्रेगनेंसी में समस्या आ सकती है.

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योग और ध्यान : योग चिंता को दूर करती है, आपके शरीर को ताजगी देती है और आपके मन को शांत रखती है. योग और ध्यान से फर्टिलिटी दर में काफी सुधार हो सकता है.

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कैफीन का सेवन कम करें : कैफीन के सेवन को प्रति दिन 200 मिलीग्राम से कम तक सीमित करने से भी फर्टिलिटी में सुधार होता है. दोपहर या देर शाम में किसी भी तरह का कैफीन, जैसे कि कॉफ़ी, कैफीन युक्त सोडा या चाय और यहां तक कि कैफीन की छोटी मात्रा भी लेने से बचें.

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ओव्यूलेशन पीरियड का ध्यान रखें : जब ओव्यूलेशन का समय करीब हो, उस दौरान इंटरकोर्स करने से प्रेगनेंसी की संभावना बेहतर होती है. ओव्यूलेशन प्रेडिक्टर किट्स, जिसे ओपीके (OPK) भी कहा जाता है, शरीर में लूटिनाइजिंग हॉर्मोन में वृद्धि को जानने में मदद करता है, जो ओव्यूलेशन का संकेत होता है.

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खतरनाक पदार्थों के सेवन से बचें : धूम्रपान, शराब या शौकिया ड्रग्स जैसे खतरनाक पदार्थों के इस्तेमाल से बचें. इस प्रकार के पदार्थों के सेवन से आपकी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए सिगरेट-शराब जैसे नशीले पदार्थों से परहेज करें.

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स्मार्टफोन से दूरी बनाएं : इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नीली रोशनी हमारे शरीर में मेलाटोनिन के स्वाभाविक उत्पादन में बाधा डाल सकती है. फोन पर ज्यादा समय बीतने से बचें. बिस्तर पर जाने से एक घंटा पहले सारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कर दें और मैडिटेशन या सांस से जुड़ी एक्‍सरसाइज जैसी आरामदायक एक्टिविटी करें.

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गर्भ धारण करने की कोशिश करने के समय यह आवश्यक है कि आप अपने डॉक्टर से लगातार संपर्क में रहें. आपके हेल्थ एक्सपर्ट एडवांस्ड फर्टिलिटी तकनीकों की मदद से आपको गाइड करेंगे. जैसे प्राकृतिक गर्भधारण की संभावना या फर्टिलिटी ट्रीटमेंट.

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