गुजरात (Gujarat) में भारी बारिश के बाद राज्य के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से नर्मदा नदी अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है. कुदरत की मार के बीच राज्य में राजनीतिक सरगर्मी भी नजर आई है. विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर 'मानव निर्मित' आपदा पैदा करने का आरोप लगाया है. देखिए गुजरात में बाढ़ जैसे हालात की तस्वीरें...
NDRF टीम के कर्मचारी नर्मदा जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ वाले इलाके से निवासियों को बचाते हुए. गुजरात में भारी बारिश के बाद राज्य के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं.
(फोटो- PTI)
NDRF कर्मियों ने सोमवार, 18 सितंबर को अरावली जिले में भारी बारिश के बाद बाढ़ वाले क्षेत्र से निवासियों को बचाया. नर्मदा और अन्य नदियों के उफान पर होने के बाद बाढ़ से कई गांव कट गए, जिसके बाद पांच जिलों में 9,600 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और 207 अन्य लोगों को बचाया गया.
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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि गुजरात राज्य सरकार ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 73वें जन्मदिन पर 'खुश' करने के लिए सरदार सरोवर बांध की गेट की दीवार खोल दी.
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NDRF की टीम ने वड़ोदरा के जांजाद गांव में भारी बारिश के कारण फंसे 11 नागरिकों को बचाकर उन्हें सुरक्षित जगह पर पहुंचाया.
गुजरात के करजन तालुक के व्यास में बाढ़ में फंसे 12 लोगों को सेना ने बचाया. खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर्स की मदद लेने में असमर्थ सेना के जवानों ने स्थानीय नावों की मदद ली और अनुमानित 48 घंटों की कड़ी मेहनत के बाद सभी लोगों को सफलतापूर्वक बचाया.
Team6NDRF ने भारी बारिश के कारण गुजरात के जिला अरावली के गांव डेमाई और लखेश्वरी, बयाड में फंसे 111 नागरिकों को निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पंचमहल, दाहोद, खेड़ा, अरावली, महिसागर, बनासकांठा और साबरकांठा जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें मंगलवार सुबह तक अलग-अलग इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है.