Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019"बाहर निकलने का रास्ता नहीं था"- राजकोट गेमिंग जोन हादसा, देखें आग से मची तबाही का मंजर

"बाहर निकलने का रास्ता नहीं था"- राजकोट गेमिंग जोन हादसा, देखें आग से मची तबाही का मंजर

फायर ब्रिगेड के सदस्यों का कहना है कि गेम जोन में बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था. कई लोग अंदर ही फंसे रह गए.

क्विंट हिंदी
तस्वीरें
Published:
<div class="paragraphs"><p>राजकोट गेमिंग जोन हादसा: तस्वीरों में देखें आग से मची तबाही का मंजर</p></div>
i

राजकोट गेमिंग जोन हादसा: तस्वीरों में देखें आग से मची तबाही का मंजर

(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

गुजरात के राजकोट के टीआरपी गेमिंग जोन में आग (Rajkot Gaming Zone Fire) लगने से अबतक 27 लोगों की मौत हो गई है. राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि आग लगने के 7 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई थी लेकिन तब तक आग ने पूरे गेमिंग जोन को अपनी चपेट में ले लिया था. पहचान के लिए मृतकों और उनके रिश्तेदारों के डीएनए सैंपल लेकर फोरेंसिक लैब भेजे गए हैं. अब तक जो तस्वीरें सामने आईं हैं, इस अग्निकांड की भयावहता को बयां कर रहे हैं. तस्वीरों में देखें हादसे का मंजर....

राजकोट शहर के एक गेमिंग जोन में आग लगने से चार बच्चों सहित 27 लोगों की मौत हो गई. मौके पर पहुंची दमकल गाड़ियों को आग पर काबू पाने में 6 घंटे से अधिक समय लग गया.

(फोटो: PTI)

राजकोट के जिला कलेक्टर प्रभाव जोशी ने बताया कि गेमिंग जोन एक शेड के नीचे बनाया गया था, इसलिए वहां बहुत सारे एयर कंडीशनर लगे हुए थे. गर्मी की वजह से बिजली की वायरिंग लोड को संभालने में सक्षम नहीं रही होगी, जिससे शॉर्ट-सर्किट हुई और आग लग गई.

(फोटो: PTI)

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, फायर ब्रिगेड के सदस्यों का कहना है कि गेम जोन में बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था. कई लोग अंदर ही फंसे रह गए.

(फोटो: PTI)

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया. उन्होंने अस्पताल में घायलों से भी मुलाकात की.

(फोटो: PTI)

प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, आग माॅल के निचले हिस्से में लगी थी. पूरे हॉल में धुआं ही धुआं हो गया. उस समय करीब 60 लोग मौजूद थे. एक सर्वाइवर ने इस पूरे प्रकरण की कहानी बयां की. उसने बताया कि एग्जिट का कोई विकल्प नहीं था. माॅल के जितने कर्मचारी थे, वे आग लगते ही भाग गए. जो मौजूद लोग थे, उनको निललने का रास्ता नहीं मिला. अभी भी कई लोग लापता हैं. कोई निकालने वाला मौजूद नहीं था.

(फोटो: PTI)

हादसे की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई है. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, गेम जोन के संचालक ने फायर डिपार्टमेंट से एनओसी नहीं ली थी. जिसे हिरासत में ले लिया गया है.

(फोटो: PTI)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT