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Kashmir: गुलमर्ग में इस साल बर्फ और टूरिस्ट दोनों कम, संकट में टूरिज्म इंडस्ट्री | Photos

Lack of Snow in J&K's Gulmarg: इस साल हिमालय और पीर पंजाल पहाड़ों में बहुत कम या कोई बर्फ जमा नहीं हुआ है.

सज्जाद हमीद
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<div class="paragraphs"><p>Kashmir: गुलमर्ग में बर्फबारी में कमी, पर्यटक घटे, देखें सूखी घाटियों का हाल Photos</p></div>
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Kashmir: गुलमर्ग में बर्फबारी में कमी, पर्यटक घटे, देखें सूखी घाटियों का हाल Photos

(फोटो: सज्जाद हमीद)

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जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) का गुलमर्ग जिला कश्मीर के विंटर वंडरलैंड के रूप में जाना जाता है. लेकिन इस बार वहां होने वाले फेमस स्की स्लोप्स (ski slopes) शुरु नहीं हो सके. वहां सफेद बर्फ की चादर नहीं- भूरी पथरीली जमीन दिख रही. इस कारण भारतीय और विदेशी प्रयटकों के हाथ निराशा लगी है. गुलमर्ग सहित पूरा कश्मीर घाटी इस साल सुखे का सामना कर रही है. पिछले 45 दिनों से घाटी में बर्फबारी नहीं हुई है. इस पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में चिंता जाहिर की है.

तस्वीरों में देखें गुलमर्ग की सूखी घाटियां और जानें इसके कारण क्या- क्या प्रभाव पड़ेगा.

जम्मू कश्मीर का गुलमर्ग जिला कश्मीर के विंटर वंडरलैंड के रूप में जाना जाता है. यहां वैसे तो हर साल भारी बर्फबारी होती है लेकिन इस बार वहां होने वाले फेमस स्की स्लोप्स शुरु नहीं हो सके हैं.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

गुलमर्ग सहित पूरा कश्मीर घाटी इस साल सुखे का सामना कर रही है. पिछले 45 दिनों से घाटी में बर्फबारी नहीं हुई है. जिसके कारण कई लोगों ने इस स्थिति के बारे में चिंता जाहिर की है.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

यह महीना आमतौर पर घास के मैदान पर स्की स्लोप्स (Ski Slopes) का आनंद लेने वाले लोगों से भरा होता था. अभी सब खाली और शांत है. चेयरलिफ्ट (Chairlift)और स्नो-बीटर (snow-beaters) काम नहीं कर रहें हैं. जहां 4 से 6 फीट तक बर्फ जमा होता था, वहां बस आस-पास पिघले बर्फ के टुकड़े देखे जा रहे.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

गुलमर्ग में पर्यावरण की समस्या पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में चिंता जाहिर की है.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

उमर अब्दुल्ला ने पिछले वर्षों की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, "मैंने गुलमर्ग को सर्दियों में इतना सूखा कभी नहीं देखा. अगर जल्द ही बर्फबारी नहीं होती है तो गर्मी बहुत दुखद होगी. कहने की जरूरत नहीं है, मेरे जैसे स्कीयर के लिए स्लोप पर जाने का इंतजार करना मुश्किल है, लेकिन वहां स्की करने के लिए कुछ भी नहीं है."

(फोटो: सज्जाद हमीद)

शुष्क मौसम के बीच, बड़ी संख्या में यहां आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों ने कथित तौर पर गुलमर्ग की अपने प्लान को कैंसिल कर दिया है या कम कर दिया हैं.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

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साल 2023 के बेमौसम गर्म तापमान के कारण हिमालय और पीर पंजाल पहाड़ों में बहुत कम या कोई बर्फ जमा नहीं हुआ है. जिस कारण क्षेत्र के पर्यटन, कृषि और जल संसाधनों के लिए चिंताएं बढ़ गई हैं.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

इस सूखे के कारण कश्मीर के पर्यटन उद्योग में काम करने वाले लोगों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुष्क मौसम के लिए वेस्टर्न डिस्टर्बन्स की कमी को जिम्मेदार ठहराया.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

इसके अलावा वैश्विक संदर्भ में एक गंभीर रिपोर्ट सामने आई है. नेचर क्लाइमेट चेंज जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में भविष्यवाणी की गई है कि सदी के अंत तक यूरोप के पहाड़ों में बर्फ की कमी बढ़ जाएगी. जिस कारण इस क्षेत्र में केंद्रित दुनिया के आधे स्की रिसॉर्ट प्रभावित होंगे.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

यह स्टडी कश्मीर गुलमर्ग में स्थित प्रमुख स्की रिसॉर्ट के भविष्य के लिए एक चिंता का विषय है. जो दुनिया भर के स्कीयर को आकर्षित करता है.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

8,694 फीट की ऊंचाई पर पर्यटन की पसंदीदा गुलमर्ग की खुली पहाड़ियां अब बदलते वैश्विक मौसम पैटर्न और कश्मीर पर उनके प्रभाव का एक बैरोमीटर है.

(फोटो: सज्जाद हमीद)

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