Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Photos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जम्मू-कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी, लंबे इंतजार बाद बर्फ की चादरों से ढकी वादी| Photos

जम्मू-कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी, लंबे इंतजार बाद बर्फ की चादरों से ढकी वादी| Photos

Jammu-Kashmir Season's First Snowfal: घाटी में दो महीने तक चले सूखे के बाद ताजा बर्फबारी से पर्यटकों और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर

हिलाल शाह & अर्शदीप सिंह
तस्वीरें
Published:
<div class="paragraphs"><p>Kashmir Snowfall Photo Story </p></div>
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Kashmir Snowfall Photo Story

(फोटो: हिलाल शाह/द क्विंट द्वारा अल्टर्ड)

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2 महीने के अंतराल के बाद कश्मीर घाटी (Jammu and Kashmir) में 1 फरवरी को सीजन की पहली बर्फबारी हुई. देशभर के पर्यटकों के साथ-साथ कश्मीर का पर्यटन उद्योग इस बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. 2 महीने पहले गुलमर्ग से सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हुईं थी, जिनमें देखा गया था कि दिसंबर के महीने में कश्मीर में बर्फबारी नहीं हुई. पहली बर्फबारी के साथ पर्यटकों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौटी है.. देखिए गुलमर्ग से बारामूला तक, बर्फबारी की तस्वीरें

दो महीने से अधिक के अंतराल और सबसे लंबे शुष्क दौर (बिना बर्फबारी) के बाद, कश्मीर घाटी में इसके ऊंचे इलाकों और गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर मौसम की पहली बर्फबारी हुई.

(फोटो: हिलाल शाह)

सबसे कड़ाके की ठंड वाली अवधि, 'चिल्लई कलां' के बीच घाटी में दो महीने तक बर्फबारी नहीं हुई. अब उसके बाद ताजा बर्फबारी से पर्यटकों और स्थानीय लोगों के चेहरे पर खुशी आ गई.

(फोटो: हिलाल शाह)

उत्तरी कश्मीर में गुलमर्ग के प्रसिद्ध स्कीइंग रिसॉर्ट में हल्की से मध्यम बर्फबारी दर्ज की गई. बर्फ की सफेद चादर बिछने के साथ यहां भारी भीड़ देखी गई.

(फोटो: हिलाल शाह)

श्रीनगर मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि कश्मीर में पिछले साल दिसंबर में केवल 13 मिमी वर्षा हुई, जो औसत 60 मिमी से काफी कम है. श्रीनगर में, दिसंबर 2023 में सामान्य 46 मिमी की तुलना में 17 मिमी वर्षा हुई. जनवरी अब तक काफी हद तक बिना बर्फबारी के रही है.

(फोटो: हिलाल शाह)

कुपवाड़ा और बांदीपोरा जिलों के ऊपरी इलाकों, में बर्फबारी हुई- जिनमें साधना दर्रा, फरकियान गली और बुंगास, जुमगुंड और कामकाडी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल शामिल हैं. वहीं उत्तरी बारामूला जिले के मैदानी इलाकों में मध्यम बारिश हुई.

(फोटो: हिलाल शाह)

एक अपडेट में, मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को जम्मू-कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश/बर्फबारी की संभावना है, गांदरबल, शोपियां, अनंतनाग और कुलगाम जिले सहित कश्मीर डिवीजन में अलग-अलग ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है.

(फोटो: हिलाल शाह)

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बर्फबारी के कारण पुंछ और राजौरी जिलों को श्रीनगर से जोड़ने वाली मुगल रोड को गाड़ियों से यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.

(फोटो: हिलाल शाह)

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण, जम्मू और कश्मीर दिसंबर के बाद से न्यूनतम वर्षा के साथ, कड़ाके की सर्दियों के दौरान भी लंबे समय तक बिना बर्फबारी के गुजरा

(फोटो: हिलाल शाह)

कश्मीर में बर्फ का सूखा खत्म होने के साथ बारामूला में भी भारी बर्फबारी हुई. बारामूला के राफियाबाद इलाके में भारी बर्फबारी के बीच एक स्थानीय व्यक्ति अपने घर वापस जाता हुआ

(फोटो: अर्शदीप सिंह)

मौसम पूर्वानुमान से पता चलता है कि बारामूला में तापमान -5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है और शुक्रवार देर रात से शनिवार दोपहर तक 3-6 सेमी बर्फबारी की संभावना है. फोटो में दो भाईयों, दानिश और हारून को बर्फ से खेलते और आनंद लेते देखा जा सकता है.

(फोटो: अर्शदीप सिंह)

बर्फबारी अपने साथ शांति और सुंदरता का एहसास लेकर आई. बारामूला जिले में बर्फ से ढके पेड़.

(फोटो: अर्शदीप सिंह)

भारी बर्फबारी के कारण घाटी में कई सड़कें भी ब्लॉक हो गई हैं. बर्फबारी के कारण प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मुंडाजी रफियाबाद की ओर जाने वाली सड़क ब्लॉक हो गई है.

(फोटो: अर्शदीप सिंह)

बर्फबारी की मात्रा और अवधि के आधार पर बर्फबारी का सेब की खेती पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ सकता है. बर्फ की एक परत पेड़ों और उनकी जड़ों को अत्यधिक ठंडे तापमान से बचाने के लिए एक इन्सुलेशन के रूप में कार्य करती है, लेकिन अतिरिक्त बर्फ शाखाओं पर भार डालती है जिससे वे टूट जाती हैं. इसलिए, यह मौसम सेब किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण है.

(फोटो: अर्शदीप सिंह)

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