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JNU में लेफ्ट की जीत का जश्न, 'लाल सलाम' और 'जय भीम' के नारों से गूंजा कैंपस| PHOTOS

JNU students’ union elections 2024: ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के धनंजय को यूनियन का प्रेसिडेंट चुना गया है

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<div class="paragraphs"><p>JNU में लेफ्ट की जीत का जश्न, 'लाल सलाम' और  'जय भीम' के नारों से गूंजा कैंपस|PHOTOS</p></div>
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JNU में लेफ्ट की जीत का जश्न, 'लाल सलाम' और 'जय भीम' के नारों से गूंजा कैंपस|PHOTOS

(फोटो- X/@sfijnuunit)

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JNU students’ union elections 2024: 22 मार्च को JNU की छात्र सभा की कुल चार सीटों के लिए वोटिंग हुई थी जिसमें से तीन सीटों पर लेफ्ट के उम्मीदवारों ने और एक सीट पर 'बिरसा अंबेडकर फूले स्टूडेंट एसोसिएशन' (BAPSA) नाम के एक दलित राजनीति करने वाले छात्र दल ने जीत दर्ज की है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन, अखिल विद्यार्थी परिषद (ABVP) को चार मुख्य सीटों में से किसी भी सीट पर कोई सफलता नहीं मिली है. यहां देखें लेफ्ट की जीत का जश्न...

यूनाइटेड पैनल ने चार सदस्यीय छात्र यूनियन पर अपना कब्जा बरकरार रखने के बाद रविवार, 24 मार्च को नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर 'लाल सलाम' और 'जय भीम' के नारे गूंज उठा.

(फोटो- AISA)

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के धनंजय को यूनियन का प्रेसिडेंट चुना गया, अविजीत घोष को वाइस-प्रेसिडेंट और मोहम्मद साजिद को ज्वाइंट सेक्रेटरी घोषित किया गया. धनंजय बिहार के गया से हैं और 27 साल बाद जेएनयूएसयू के दूसरे दलित अध्यक्ष हैं.

(फोटो- AISA)

कुल 5,656 वोटों में से आइसा के धनंजय को 2,598 वोट मिले. उन्होंने एबीवीपी के उमेश चंद्र अजमीरा को 922 वोटों से हराया. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "यह छात्रों की जीत है...छात्रों ने धोखाधड़ी और सरकार द्वारा फंड में कटौती के खिलाफ वामपंथियों को चुना है."

(फोटो- इंस्टा/@aisajnu)

लेफ्ट समर्थित बिरसा अंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बीएपीएसए) की प्रियांशी आर्य ने जनरल सेक्रेटरी पद पर जीत हासिल की. जबकि इससे पहले, यूनाइटेड लेफ्ट ने इस पद के लिए स्वाती सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन मतदान से कुछ घंटे पहले चुनाव समिति ने उनका नामांकन रद्द कर दिया था, इसके बाद, वामपंथी गठबंधन ने छात्रों से आर्य को वोट देने का आग्रह किया.

(फोटो- X/@RamaNaga_)

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इसके अलावा, एसएफआई के अविजीत घोष ने 2,409 वोटों के साथ वाइस-प्रेसिडेंट पद पर जीत हासिल की, और एआईएसएफ के मो साजिद ने 2,574 वोटों के साथ ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर जीत हासिल की.

(फोटो- X/@sfijnuunit)

वाइस-प्रेसिडेंट पद पर जीत के बाद एसएफआई के अविजीत घोष जश्न मनाते दिखे. उन्होंने एबीवीपी की दीपिका शर्मा को हराया. चार साल के अंतराल के बाद हुए चुनाव में एबीवीपी और यूनाइटेड लेफ्ट अलायंस - जिसमें एआईएसए, एसएफआई, एआईएसएफ और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) शामिल हैं, दोनों के बीच तीखी लड़ाई देखी गई.

(फोटो- : Instagram/@sfijnuunit)

जेएनयू सालों से लेफ्ट का गढ़ रहा है. हालांकि, एबीवीपी इस साल इसमें बदलाव की उम्मीद कर रही थी. द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल लगभग 5,600 छात्रों ने मतदान किया, जिनमें से कई पहली बार मतदाता थे.

(फोटो- AISA)

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