Chennai: चेन्नई के कलाक्षेत्र फाउंडेशन (Kalakshetra Foundation) की सैकड़ों स्टूडेंट्स और कर्मचारी, 30 मार्च, गुरुवार सुबह से रुक्मिणी देवी कॉलेज फॉर फाइन आर्ट्स के परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. स्टूडेंट्स एक सहायक प्रोफेसर और तीन अन्य सीनियर डांसरस पर लगें यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर उनको निलंबित करने की मांग कर रही हैं. बता दें, कलाक्षेत्र फाउंडेशन को संस्कृति मंत्रालय द्वारा फंड किया जाता है. बुधवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कॉलेज का दौरा किया और परिसर में स्टूडेंट्स से मुलाकात भी की.

गुरुवार की सुबह, सहायक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद स्टूडेंट्स ने आम प्रार्थना और ध्यान स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा का बहिष्कार किया. आरोप है कि संस्थान मामले की भनक लगने के बाद भी आरोपों पर कोई एक्शन नहीं ले रहा था. यही वजह थी कि स्टूडेंट्स ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन का सहारा लिया.

द क्विंट से बात करते हुए, दो स्टूडेंट्स ने अपनी मांगें रखी

  • आरोपी शिक्षकों को तत्काल सस्पेंड किया जाए

  • स्टूडेंट्स के कल्याण के लिए एक कार्यकारी निकाय के रूप में छात्र परिषद को आधिकारिक स्वीकृति मिले.

  • कलाक्षेत्र फाउंडेशन में मौखिक उत्पीड़न और बॉडी शेमिंग पर तत्काल रोक

  • संस्थान के डायरेक्टर को हटाया जाए. स्टूडेंट्स ने यह भी कहा कि उनका कलाक्षेत्र की डायरेक्टर रेवती रामचंद्रन पर से भरोसा उठ गया है.

इस बीच, मीडिया और प्रदर्शनकारी छात्रों को संबोधित करते हुए, डायरेक्टर रेवती रामचंद्रन ने कहा, "स्टूडेंट्स ने आज शिकायत की है. उन्होंने अब तक मौखिक रूप से अपनी समस्या सामने रखी है, उन्होंने मुझ से कहा है कि वे एक लिखित शिकायत प्रस्तुत करेंगी. हम मामले को देखेंगे और सही समाधान देंगे, क्योंकि कलाक्षेत्र में हमारे बच्चे (स्टूडेंट्स) हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं."

डायरेक्टर रामचंद्रन ने मौखिक रूप से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया है. स्टूडेंट्स ने द क्विंट को बताया कि "जब तक उन्हें लिखित बयान (निर्देशक से) नहीं मिल जाता है कि वो इस मामले की जांच कर इस पर एक्शन लेंगी , तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा."

चेन्नई के कलाक्षेत्र फाउंडेशन की सैकड़ों स्टूडेंट्स और कर्मचारी, 30 मार्च, गुरुवार सुबह से रुक्मिणी देवी कॉलेज फॉर फाइन आर्ट्स के परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. स्टूडेंट्स एक सहायक प्रोफेसर और तीन अन्य सीनियर डांसरस पर लगें यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर उनको निलंबित करने की मांग कर रही हैं.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

गुरुवार की सुबह, सहायक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद स्टूडेंट्स ने आम प्रार्थना और ध्यान स्थल पर आयोजित प्रार्थना सभा का बहिष्कार किया. आरोप है कि संस्थान मामले की भनक लगने के बाद भी आरोपों पर कोई एक्शन नहीं ले रहा था. यही वजह थी कि स्टूडेंट्स ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन का सहारा लिया.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

कलाक्षेत्र फाउंडेशन को संस्कृति मंत्रालय द्वारा फंड किया जाता है, बुधवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कॉलेज का दौरा किया और परिसर में विरोधरत स्टूडेंट्स से मुलाकात की.

(फोटो- Soundarya Athimuthu/The Quint)

विरोधरत स्टूडेंट्स ने यह भी कहा कि उन्हें कलाक्षेत्र की निदेशक रेवती रामचंद्रन पर भरोसा नहीं कि वे उनके लिए न्याय सुनिश्चित करेंग.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

इस बीच, स्टूडेंट्स को एक नोटिस मिला है जिसमें कथित तौर पर कैंपस में यौन उत्पीड़न के खिलाफ बोलना जारी रखने की सजा के तौर पर उन्हें अपना हॉस्टल खाली करने के लिए कहा गया है. इसपर स्टूडेंट्स का कहना है कि वे कलाक्षेत्र के खिलाफ नहीं हैं, और वे केवल यह सुनिश्चित करने के लिए विरोध कर रही हैं कि आरोपियों को सजा मिले और भविष्य के बैचों में कोई भी इस तरह के यौन शोषण का शिकार न हो.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

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कलाक्षेत्र ने आरोपों को खारिज कर दिया है और दावा किया है कि विरोध कर रहीं स्टूडेंट्स का उद्देश्य संस्थान को बदनाम करना है. इसपर स्टूडेंट्स ने असहमति जताई और कहा कि ऐसी कई स्टूडेंट हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर गुमनाम पोस्ट में यौन उत्पीड़न के अपने अनुभवों को साझा किया.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

संस्थान में पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया. उन्होंने स्टूडेंट्स और संस्थान के डायरेक्टर  के बीच की बातचीत को रिकॉर्ड किया. स्टूडेंट्स के अनुसार यौन उत्पीड़न के बारे में सवालों से अबतक कॉलेज प्रशासन बचता रहा है.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

द क्विंट से बात करते हुए फाउंडेशन की एक स्टूडेंट ने कहा, “हम यहां कैंपस में हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. हमारी मांग बिल्कुल साफ है- हम चाहते हैं कि आरोपी को निलंबित किया जाए और सजा दी जाए. वहीं यह जानना हमारा अधिकार है कि आरोपी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, हम यही मांग कर रहे हैं."

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

फाउंडेशन ने अपनी एक वेबसाइट पर इस मुद्दे के बारे में बोलने के खिलाफ एक गैग ऑर्डर जारी किया था. स्टूडेंट अपनी मांगों पर उसके बाद भी कायम हैं.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

दो अन्य स्टूडेंट ने द क्विंट को बताया, "हमारी मांगें हैं कि आरोपी शिक्षकों को तत्काल सस्पेंड किया जाए. स्टूडेंट्स के कल्याण के लिए एक कार्यकारी निकाय के रूप में छात्र परिषद को आधिकारिक स्वीकृति मिले. कलाक्षेत्र फाउंडेशन में मौखिक उत्पीड़न और बॉडी शेमिंग पर तत्काल रोक. संस्थान के डायरेक्टर को हटाया जाए. स्टूडेंट्स ने यह भी कहा कि उनका कलाक्षेत्र की डायरेक्टर रेवती रामचंद्रन पर से भरोसा उठ गया है."

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

स्टूडेंट्स का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.

(फोटो-Soundarya Athimuthu/The Quint)

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